Himanshu Singh Rajawat – इस सुपर कॉप के आगे फिल्मी दबंग-सिंघम भी फीके, सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के हीरो के बारे में तो जानिए
अमिताभ बच्चन से सनी देओल, सलमान खान, अजय देवगन तक तमाम सितारों ने रुपहले पर्दे पर पुलिस की भूमिका का अंदाज में जिया है, जिसका हर कोई दीवाना है। उन्हें एनकाउंटर करते और फिर मिनटों में बिना किसी को सफाई दिए अगले मिशन पर जाते देखते हैं, लेकिन यह जिदंगी उतनी भी आसान नहीं है। अब सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के हीरो हिमांशु राजावत को ही ले लीजिए। हिमांशु उन हीरोज में शामिल हैं, जिन्होंने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर को अंजाम दिया था।
26 नवंबर, 2005 को जिस गुजरात एटीएस और राजस्थान एटीएस ने कुख्यात अपराधी सोहराबुद्दीन का एनकाउंटर किया था। हालांकि, इस एनकाउंटर के बाद खुद हिमांशु को 7 वर्ष 3 महीने जेल में काटने पड़े। लेकिन कहते हैं ना कि सच तो सच ही होता है। सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ केस में मुंबई की विशेष अदालत ने 21 दिसंबर, 2018 को अपना फैसला सुनाया और हिमांशु बाइज्जत बरी हो गए।

खैर, यह कहानी पुरानी है, लेकिन इसमें नया मोड़ यह है कि सुपर कॉर्प नाम से मशहूर हिंमाशु अब राजस्थान के सागवाड़ा में तैनात हो गए हैं। वह यहां धानाध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभाल रहे हैं। इससे पहले वह भरतपुर में पोस्टेड थे और कई बड़े केस सुलझाए। यही नहीं, कुख्यात लाला गैंग का खात्मा करने वाले हिमांशु एक नई मुहिम से भी जुड़े हुए हैं, जिससे शहीद पुलिस कर्मियों की फैमिली की मदद की जाएगी।
हमारी खास बातचीत में उन्होंने बताया, ‘हमने पुलिस और कम्यूनिटी पुलिस के साथ मिलकर पुलिस मित्र का अभियान शुरू किया है। इस पर एक फिल्म भी बनाई है, जिसमें प्रोफेशनल एक्टर ने नहीं, बल्कि हम पुलिसवालों ने ही एक्टिंग की है। यह समाज के तमाम मुद्दों के बारे में है। फिल्म हर किसी को कुछ न कुछ सिखाएगी। लगभग डेढ़ घंटे की इस फिल्म की तैयारी तो काफी पहले से थी, लेकिन बीच में काफी कठिनाइयां आईं और काम रुक गया था। हालांकि, अब कोई दिक्कत नहीं है।’
फिल्म जहां समाज का मार्गदर्शन करेगी तो उससे मिले पैसे को भी समाज कल्याण में ही लगाया जाएगा। इस बारे में वह कहते हैं, ‘कोई स्पॉन्सर तो नहीं है हमारे पास, लेकिन जो भी इस फिल्म से कमाई होगी हम उसे समाज की सेवा में ही लगाएंगे।’ हिंमाशु से बात हो और सोहराबुद्दीन एनकाउंटर पर बात न हो ऐसा कैसे हो सकता था? इस बारे में पूछने पर वह कहते हैं, ‘काफी मुश्किल समय था। एनकाउंटर के बाद जेल जाना फैमिली और करीबियों के लिए बेहद निराश करने वाला था। हालांकि, कहते हैं कि समय काफी कुछ सीखाता है तो मैंने भी जेल में सीखा।’

वह कहते हैं, ‘वहां समझ आया कि जेल की जिंदगी कितनी मुश्किल होती है। आज छोटा-छोट केस गंभीरता से लेता हूं और पूरी कोशिश करता हूं कि किसी बेगुनाह को एक मिनट के लिए भी जेल की हवा नहीं खानी पड़े।’ कोर्ट से बरी होने के बारे में कहते हैं, ‘यह अलग तरह का अनुभव था। शब्द नहीं हैं। समाज का हीरो बन गया। ड्यूटी जॉइन की और भरतपुर सहित जहां भी पोस्टिंग हुई क्राइम को खत्म करने की कोशिश की। कई ड्रग गैंग को पकड़ा तो कई भयानक हत्याकांड भी सुलझाए।’
बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन से जुड़े मशहूर किस्से के बारे में चर्चा करने में हंसने लगते हैं। वह हंसते हुए कहते हैं- पता नहीं कैसे लोकल मीडिया को भनक लग गई। दरअसल, राजस्थान में शूटिंग हो रही थी। सुष्मिता सेन सेट पर थीं और मैं अपनी ड्यूटी पर था। मुझे देखते ही वह थोड़ा नाराज हो गईं। असल में उनका एक्टर साथी थोड़ा लेट था, जिसे पुलिसकर्मी की भूमिका निभानी थी। मैंने उन्हें पूरी बात बताई तो वह थोड़ी सहम सी गईं। बता दें कि हिमांशु फिटनेस का पूरा ख्याल रखते हैं। यही नहीं, वह जहां भी जाते हैं पुलिसकर्मियों के लिए जिम की व्यवस्था भी कराते हैं। हिमांशु की ही तरह उनके बच्चे भी फिटनेस फ्रीक हैं। उनकी बेटी मॉडलिंग में इंटरेस्टेड हैं तो बेटा शूटर बनना चाहता है।