Chao Mae Tuptim shrine: बैंकॉक, थाईलैंड – विश्व की अद्भुतता से भरी विविधता से युक्त थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक ने अपनी रहस्यमयी और विचित्रता से दुनिया भर के पर्यटकों को मोह लिया है। यहां के प्राचीनतम मंदिरों में से एक ऐसा है जिसका नाम है ‘चाओ माई तुप्तिम मंदिर’ (Chao Mae Tuptim shrine) जिसे आमतौर से ‘लिंग मंदिर‘ के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का रहस्यमयी और अनोखा तात्विक अनुष्ठान लोगों की रूचि को खींचता है और जिसकी मान्यताएं विश्वास के उन नायकों को भी हैरान कर देती है जो इसे संस्कृति और धरोहर के रूप में देखते हैं।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर : Chao Mae Tuptim shrine
यह मंदिर स्यान नदी के किनारे स्थित है और बैंकॉक के Mövenpick BDMS Wellness Resort के पीछे स्थित है। चाओ माई तुप्तिम मंदिर एक रहस्यमयी स्थान है, जिसे देवी चाओ माई तुप्तिम के नाम से जाना जाता है। इस देवी को थाईलैंड के लोग प्रजनन की देवी मानते हैं और इस मंदिर में भक्तों को लिंग चढ़ाने की प्रथा के बारे में अनूठी मान्यताएं मिलती हैं।
थाईलैंड के बैंकॉक शहर में स्थित चाओ माई तुप्तिम मंदिर (Chao Mae Tuptim shrine) के रहस्यमयी मंजरों ने लोगों को हैरान कर दिया है। यह मंदिर विशेषतः उन भक्तों के लिए प्रसिद्ध है, जो संतान प्राप्ति की कामना करते हैं।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर एक प्राचीन देवी को समर्पित है, जिसे थाईलैंड के लोग प्रजनन की देवी मानते हैं। इसके चारों ओर खुली प्राकृतिक सौंदर्य से घिरी यह जगह भगवानी के भक्तों को आकर्षित करती है।
मंदिर की यह विशेषता है कि यहां लोग धातु, लकड़ी या रबर से बना लिंग देवी को अर्पण करते हैं। जिसमें उनकी संतान प्राप्ति की कामना होती है। अजीब लग सकता है, लेकिन मान्यता है कि कई भक्तों ने इस मंदिर के इस अनोखे रितुअल का पालन करके अपनी मनोकामना पूरी की है।
एक लोककथा के अनुसार, एक महिला ने भी इसी मंदिर में जाकर धातु से बना एक लिंग चढ़ाया था और कुछ समय बाद उसे संतान प्राप्ति हो गई थी। इस घटना के बाद से लोग यहां धार्मिक भावना से लिंग चढ़ाने आने लगे।
मंदिर के प्रबंधक बताते हैं कि धातु से बने लिंग चढ़ाने का यह प्रचलन विश्वास के साथ होता है और इसे भक्ति भाव से किया जाता है। भगवानी चाओ माई तुप्तिम की कृपा से लोगों की इस विशेष आराधना का परिणाम सकारात्मक होता है, जिससे उन्हें अपनी कामना पूरी होती है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर एक रहस्यमय स्थान है जो अपने अजब और गजबी अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। इसके पीछे छिपी भव्य परंपराएं और धार्मिक मान्यताएं भारतीय और विदेशी भक्तों को आकर्षित करती हैं। जिससे इस मंदिर की भक्ति और प्रसिद्धि दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है
क्यों चढ़ाया जाता है लिंग?
चाओ माई तुप्तिम मंदिर में लिंग चढ़ाने की प्रथा के पीछे विशेष तात्विक और सांस्कृतिक कारण हैं। मान्यता के अनुसार, एक बार एक महिला इस मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए लकड़ी से बना लिंग अर्पित करके आई थी, और कुछ दिनों बाद ही वे गर्भवती हो गईं और संतान की प्राप्ति हुई। इस घटना के बाद से लोग यहां धार्मिक भावना से लिंग चढ़ावे के तौर पर लाते हैं और भगवानी चाओ माई तुप्तिम की कृपा से अपनी मनोकामना को पूरा करने की आशा रखते हैं।
चाओ माई तुप्तिम, बुद्ध पूर्व काल की प्राचीन दक्षिण-पूर्व एशियाई पेड़ देवी हैं, जिसे विशेष रूप से प्रजनन की देवी माना जाता है। इस मंदिर में आने वाली महिलाएं उन्हें भेंट चढ़ाकर प्रजनन शक्ति की वरदान मांगती हैं। इस मंदिर में पूर्वी एशिया के देशों से लाखों महिलाएं आती हैं और अपनी आस्था के साथ भेंट चढ़ाती हैं।
थाईलैंड के लोग अपनी आनंदित और समृद्ध जीवन की इच्छा रखते हैं और संतान की प्राप्ति में विशेष रूप से विश्वास रखते हैं। इसलिए वे इस मंदिर में लिंग चढ़ावे के तात्पर्य मां को प्रसन्न करने और संतान प्राप्ति की कामना करते हैं। यहां के लोग यह मानते हैं कि लिंग चढ़ावा माँ की कृपा को प्राप्त करने का एक विशेष उपाय है और इससे संतान प्राप्ति होती है। इसे करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और वे आनंद से जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। चाओ माई तुप्तिम मंदिर भारत के किसी मंदिर से कम नहीं है, जहां प्राकृतिक संस्कृति और धारोहर के अनुष्ठान को महत्व दिया जाता है।
मंदिर में पुरुषों का जाना निषिद्ध है, इसलिए यहां केवल महिलाएं ही प्रवेश कर सकती हैं। भक्तों को अपनी मनोकामनाएं संतान प्राप्ति, समृद्धि, खुशियाँ और भगवानी के आशीर्वाद के लिए यहां लिंग चढ़ाने की संदर्भानुसार उचित रीति-रिवाज में भेंट चढ़ाने की सलाह दी जाती है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर: रहस्यमयी और विचित्र स्थल
चाओ माई तुप्तिम मंदिर वास्तव में एक अद्भुतता से भरा और विचित्र स्थान है, जिसे आने वाले पर्यटकों को हैरान कर देता है। इस रहस्यमयी और अनोखे मंदिर में लकड़ी या रबर से बने लिंगों को चढ़ाने का अद्भुत अनुष्ठान देखने के बाद विचार यही आता है कि क्या यह वास्तव में भगवानी चाओ माई तुप्तिम के आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक विशेष रूप है। इसे करने से लोग खुशियों और समृद्धि के बीच में अपने जीवन की सभी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं और इसलिए यह एक खास और महत्वपूर्ण धार्मिक क्रिया मानी जाती है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर का इतिहास
चाओ माई तुप्तिम मंदिर का इतिहास थाईलैंड के समृद्ध व्यापारी नाई लर्ट (Nai Lert) के द्वारा निर्मित हुआ है। नाई लर्ट ने 20वीं सदी के पहले तिमाही में स्यान नदी में तैरते हुए एक पवित्र स्थान पर मंदिर का निर्माण किया था। इस देवी को ‘चाओ माई तुप्तिम’ के नाम से पुकारा जाता है, जो प्राकृतिक पेड़-देवी हैं और प्रजनन की देवी मानी जाती हैं। नाई लर्ट ने इस मंदिर में देवी की पूजा करने का काम शुरू किया था और जिससे लोग भगवानी की कृपा को प्राप्त कर संतान प्राप्ति होने की कामना करने लगे।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर का रहस्यमयी और आकर्षक सौंदर्य इसे खास बनाता है। यहां के दर्शनीय और धार्मिक स्थलों में लिंग के आकार की सौंदर्यता से भरी सैकड़ों लकड़ी से बने लिंगों को देखकर लोग हैरान हो जाते हैं। इन मंदिरों के प्राचीनतम समय से ही लिंग और योनि की पूजा एवं अनुष्ठान का प्रमाण मिलता है, और यही कारण है कि इन्हें संस्कृति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखा जाता है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर वास्तव में एक अजब गजबता से भरा और रहस्यमयी स्थान है जो विश्व के लोगों को अपनी अनूठी मान्यताओं और धार्मिक विश्वासों के साथ खींचता है। यहां के लिंगों को चढ़ाने के पीछे लोगों की विशेष आस्था और श्रद्धा का सबूत है, जो उन्हें भगवानी चाओ माई तुप्तिम की कृपा को प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। इसलिए लाखों भक्तों की श्रद्धा और आस्था इस मंदिर को भारत की किसी भी मंदिर से कम नहीं बना देती है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर: अजब और अनोखा संस्कृति का प्रतीक
चाओ माई तुप्तिम मंदिर एक अजब गजब स्थान है, जो विश्व भर के पर्यटकों की रूचि को खींचता है। इस मंदिर के प्राकृतिक संस्कृति का एक अनोखा प्रतीक लकड़ी के लिंग हैं, जो भगवानी चाओ माई तुप्तिम की कृपा को प्राप्त करने का संकेत माना जाता है। इससे लोग अपने जीवन में सुख-शांति, समृद्धि, संतान की प्राप्ति और भगवानी के आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं। यह मंदिर भारत के संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, जिसमें लोगों की मान्यता और आस्था का खास ध्यान रखा गया है।
चाओ माई तुप्तिम मंदिर का यह अद्भुत और अनोखा संस्कृति का प्रतीक जिसे लाखों भक्त धार्मिक भाव से लिंग चढ़ाते हैं वह यहां की मान्यताओं, धारोहर की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रकट करता है। इस मंदिर में भक्तों की श्रद्धा और मान्यताएं उन्हें अपने जीवन में सुख-शांति, समृद्धि, संतान की प्राप्ति और भगवानी के आशीर्वाद को प्राप्त करने की आशा देती हैं