मथुरा, उत्तर प्रदेश: जन्माष्टमी 2023 के मौके पर भीड़ को देखते हुए बांके बिहारी मंदिर ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बच्चों, दिव्यांग और बुजुर्गों को भीड़ के दौरान नहीं आने की सलाह दी गई है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के इस अवसर पर, जो भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है, मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में भगवान कृष्ण के जन्म के अद्वितीय अवसर की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है।

जन्माष्टमी के मौके पर जहां जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है और सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किए जा रहे हैं, वहीं बांके बिहारी मंदिर में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर दी है।

एडवाइजरी के अनुसार, मंदिर प्रशासन ने बच्चों, दिव्यांग, वृद्ध और मरीजों से मंदिर के प्रांगण में न आने की सलाह दी है। यह कदम भीड़ के दबाव को कम करने और अपराधों को रोकने के लिए उठाया गया है।

इसके अलावा, मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से जेबकतरों और चेनस्नेचर और मोबाइल चोरों से सावधान रहने की सलाह दी है और अपने साथ किसी प्रकार का बैग या कीमती सामान न लाने की अपील की है।

मंदिर प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालु मंदिर में जूता, चप्पल पहनकर न आएं, और अपने जूते और चप्पल को निर्धारित स्थल पर ही उतार कर आएं।

इस वृंदावन में ट्रैफिक जाम और भीड़ के अत्यधिक दबाव की स्थिति का आकलन करने के पश्चात, मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से मंदिर में निर्धारित प्रवेश और निकास मार्ग का ही इस्तेमाल करने की अपील की है।

इसके साथ ही, ज्यादा भीड़ में किसी के गुम होने पर, एडवाइजरी के अनुसार, श्रद्धालु अपने परिजनों की जेब में पता और फोन नंबर की पर्ची अवश्य रखें, ताकि परिजनों से बिछड़ने पर उन्हें सूचित किया जा सके।

मंदिर की ओर से खोया-पाया केंद्र बांके बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है, जरूरत के अनुसार इसकी मदद ले सकते हैं। आवागमन और निर्गमन के लिए निर्धारित स्थलों का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है, जिससे तमाम श्रद्धालु सुरक्षित रह सकें।

असामाजिक तत्वों से सावधान रहने की सलाह दी गई है, ताकि श्रद्धालु जन्माष्टमी के मौके पर एक खुशहाल और सुरक्षित मना सकें।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor