अक्षरा सिंहअक्षरा सिंह

अक्षरा सिंह: Bhojpuri movie Jyoti जब जब इस दुनिया पर पड़ी है तब तब इस जहाँ से अंधेरा छँटा है । ज्योति अन्धकार भगाने और जीवन मे नवीन ऊर्जा को भरने का काम करती है । आज उसी ज्योति के एक अन्य रूप के साथ उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में भोजपुरी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री अक्षरा सिंह निर्देशक लालबाबू पंडित की फ़िल्म “ज्योति” की शूटिंग डेरा जमाए हुई हैं ।

अक्षरा सिंह: बाराबंकी में प्रेम की ज्योति जलाने आई हैं विक्रांत सिंह राजपूत के साथ .!
अक्षरा सिंह: बाराबंकी में प्रेम की ज्योति जलाने आई हैं विक्रांत सिंह राजपूत के साथ .!

बाराबंकी के सुरजा गेस्ट हाउस में आज दिनांक 06-06-2023 को भव्य मुहूर्त के साथ फ़िल्म ज्योति की शूटिंग भी शुरू हो गई है। फ़िल्म ज्योति एक नारिप्रधान फ़िल्म है जिसमें अक्षरा सिंह व विक्रांत सिंह राजपूत मुख्य भूमिकाओं में नज़र आएंगे । इन अभिनेताओं के साथ जे नीलम, अमित शुक्ला,बीना पांडेय, पुण्यदर्शन गुप्ता,राजेन्द्र मिश्रा, बलराम पांडेय,सोनू पांडेय, धामा वर्मा व निशा तिवारी ने भी अपने अभिनय से लोगों का मन मोहने का काम किया है ।

इस इक्कीसवीं सदी में उम्र के हर एक पड़ाव पर रिश्तों की परिभाषा बदल रही है ऐसे में एक दादा और पोती के रिश्ते को मद्देनज़र रखकर लिखी गई फ़िल्म ज्योति की कहानी हमारे समाज के लिए एक नई दिशा भी तय कर सकती है । फ़िल्म की शूटिंग इस बाराबंकी जिले व लखनऊ के आसपास लगभग एक महीने तक चलेगी ।
बाराबंकी पहुंचने के बाद अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने कहा कि वे यहां आकर बहुत खुशनसीब महसूस कर रही हैं । उन्हें बाराबंकी की जनता से बेहद प्यार और लगाव हो गया है । सैकड़ों फिल्मों व रियलिटी शो में काम करने के बाद भी आज ऐसा लग रहा है जैसे सबकुछ नया हो, यहां के हर इंसान का सपोर्ट बेहद सकारात्मक रहा है और लग रहा है कि जैसे वो अपने घर अपने ही गाँव मे शूटिंग कर रही हैं ।

अक्षरा सिंह: बाराबंकी में प्रेम की ज्योति जलाने आई हैं विक्रांत सिंह राजपूत के साथ .!
अक्षरा सिंह: बाराबंकी में प्रेम की ज्योति जलाने आई हैं विक्रांत सिंह राजपूत के साथ .!

यहां का एडमिनिस्ट्रेशन भी बहुत बढ़ियां है और सुरक्षा की दृष्टिकोण से भी किसी भी प्रकार की चिंता नहीं लग रही । फिल्म ज्योति के किरदार के बारे में बात करते हुए अक्षरा ने कहा कि उनका किरदार ही इस फ़िल्म की जान है और आने वाले समय मे यह फ़िल्म नारिप्रधान फिल्मों में एक मिसाल के रूप में जानी जाएगी।


निर्देशक लालबाबू पंडित ने फ़िल्म ज्योति के बारे में बात करते हुए बताया कि यह एक बड़े बजट की फ़िल्म है । लगभग एक करोड़ की लागत से यह फ़िल्म बन रही है और शूटिंग को लखनऊ, बाराबंकी सहित आसपास के तमाम लोकेशन्स को एक्सप्लोर किया जाएगा । हमारा तकनीकी पक्ष बेहद मजबूत है और उसके जरिये हम एक बेहतरीन फ़िल्म बनाने जा रहे हैं । इसके पहले लालबाबू पंडित ने खेसारी लाल यादव और कल्लू के साथ भी दर्जनों फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं । और इस अगली फिल्म को लेकर भी काफी उत्साहित हैं ।
रिकॉल प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही फिल्म ज्योति के निर्माता हैं प्रदीप दारूका ।

वहीं ज्योति के लेखक हैं अरविंद तिवारी और फ़िल्म के निर्देशक हैं लालबाबू पंडित । फ़िल्म ज्योति में गीत संगीत दिया है कृष्णा बेदर्दी ने । सिनेमेटोग्राफी कर रहे हैं आर आर प्रिंस, कला है रवींद्रनाथ गुप्ता का । नृत्य निर्देशक हैं कानू मुखर्जी,व प्रोडक्शन का जिम्मा अमरजीत दास सम्भाल रहे हैं । वहीं एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर हैं विजय प्रसाद । फ़िल्म ज्योति में ड्रेस डिजायनर हैं विद्या वहीं स्टील फोटोग्राफी अनिल भूषण कर रहे हैं । फ़िल्म ज्योति के प्रचार प्रसार का जिम्मा संजय भूषण पटियाला का है

By संजय भूषण पटियाला

फ़िल्म पत्रकारिता और प्रमोशनल रिलेशन्स का क्षेत्र संजय भूषण पटियाला के लिए केवल एक करियर ही नहीं है, बल्कि यह एक पूरे जीवन का तरीका है जिसमें वह अपने दृढ विश्वासों और कर्मठता के साथ आगे बढ़ते हैं। वे केवल एक पत्रकार नहीं हैं, बल्कि एक सामाजिक सक्रिय व्यक्ति भी हैं जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूर्णता से निर्वाह करते हैं। संजय ने फ़िल्म उद्योग के साथियों की मदद करने और नौकरियों को प्रमोट करने के कई सामाजिक पहलुओं में भाग लिया है, जो उनके समर्पण और उनकी समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता की प्रतिबिंबित करते हैं। उनका 10 वर्षों का अनुभव फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है और यह उन्हें विभिन्न प्रमुख पत्रिकाओं, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों और ब्लॉगों के लिए फ़िल्म समीक्षाएँ, समाचार लेख और विशेष रिपोर्ट्स लिखने में मदद करता है। उन्होंने अपने कैरियर के दौरान कई प्रमुख फ़िल्म प्रोजेक्ट्स के साथ काम किया है और उन्होंने उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उनकी अद्वितीय अनुभवशीलता फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है। संजय भूषण पटियाला का यह पूरा उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता से भरपूर सफर उनके प्रोफेशनल और सामाजिक पहलुओं के संयमित संगम की वजह से है, जो उन्हें एक सशक्त और सक्रिय फ़िल्म पत्रकार के रूप में उच्च पहुंचा दिया है