कार्तिक शुक्ल षष्ठी को दुनियाभर में सूर्योपासना का महान पर्व छठ व्रत बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस व्रत को मनाने के लिए बड़ी तादाद में बिहार और उत्तरप्रदेश के वासी बाहर से अपने घरों की ओर आते हैं, चाहे वो विदेश में ही क्यों न रहते हों। इस छठ पर्व की महानता ऐसी है कि इसमें 36 घण्टे के निर्जल उपवास में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा शुरू की जाती है और उदयागामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं।

ऐसे महान पर्व को लेकर लगभग हर बड़े गायक गायिकाओं ने गीत गाये हैं। इसी महान छठ पर्व की महिमा का बखान करते हुए करिश्मा कक्कड़ और सुनील यादव की आवाज़ में एक सुमधुर छठ गीत यूट्यूब के FMD भोजपुरी चैनल पर रिलीज हुआ है।

इस गीत बरतिया छठी माई के के निर्माता हैं रमेश भंडारी, संगीत सूरज देव का है। इसके गीत लिखे हैं विश्वजीत सिंह ने। छठ पर्व पर आधारित यह वीडियो गीत बेहद ही खूबसूरत बन पड़ा है और इस गीत के माध्यम से इस महान छठ व्रत की महिमा का बखान किया गया है। किस तरह से लोग इस व्रत को मनाने के लिए उत्साहित रहते हैं, इस व्रत को करने से क्या क्या लाभ होते हैं, इस व्रत को किसको करना चाहिए यह सारे सन्देश एक इस वीडियो गीत के माध्यम से बताए गए हैं।

छठ पर्व पर यह एक सम्पूर्ण भक्तिमय प्रस्तुति बेहद ही मनोरंजक और कर्णप्रिय भी है। निर्माता रमेश भंडारी इसके पहले कई बड़े हिंदी गीतों का भी निर्माण कर चुके हैं। उनके द्वारा निर्मित कई वीडियो गीत रिलीज होकर देशभर में धूम मचा चुके हैं। और अब उनका यह छठ गीत के रूप में पहला भोजपुरी भक्ति एलबम है।

करिश्मा कक्कड़ भी इस छठ गीत के माध्यम से बढ़ियां प्रस्तुति दिया है, उनकी आवाज़ में वो खनक सुनाई पड़ रहा है जिसकी उम्मीद हम छठ गीत में सुनने के लिए करते हैं। उन्होंने गीत और संगीत के उम्दा कंपोजिशन को बेहद बढ़ियां सुर लगाया है। निर्माता रमेश भंडारी की यह शानदार प्रस्तुति बेहद सधी शुरुआत के साथ शुरू हुई है, उम्मीद है कि इस छठ गीत के माध्यम से वे भोजपुरी गीत संगीत में कदम रख रहे हैं तो आगे भी वे कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स करेंगे। यह जानकारी प्रचारक संजय भूषण पटियाला ने दिया”

By संजय भूषण पटियाला

फ़िल्म पत्रकारिता और प्रमोशनल रिलेशन्स का क्षेत्र संजय भूषण पटियाला के लिए केवल एक करियर ही नहीं है, बल्कि यह एक पूरे जीवन का तरीका है जिसमें वह अपने दृढ विश्वासों और कर्मठता के साथ आगे बढ़ते हैं। वे केवल एक पत्रकार नहीं हैं, बल्कि एक सामाजिक सक्रिय व्यक्ति भी हैं जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूर्णता से निर्वाह करते हैं। संजय ने फ़िल्म उद्योग के साथियों की मदद करने और नौकरियों को प्रमोट करने के कई सामाजिक पहलुओं में भाग लिया है, जो उनके समर्पण और उनकी समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता की प्रतिबिंबित करते हैं। उनका 10 वर्षों का अनुभव फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है और यह उन्हें विभिन्न प्रमुख पत्रिकाओं, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों और ब्लॉगों के लिए फ़िल्म समीक्षाएँ, समाचार लेख और विशेष रिपोर्ट्स लिखने में मदद करता है। उन्होंने अपने कैरियर के दौरान कई प्रमुख फ़िल्म प्रोजेक्ट्स के साथ काम किया है और उन्होंने उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उनकी अद्वितीय अनुभवशीलता फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है। संजय भूषण पटियाला का यह पूरा उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता से भरपूर सफर उनके प्रोफेशनल और सामाजिक पहलुओं के संयमित संगम की वजह से है, जो उन्हें एक सशक्त और सक्रिय फ़िल्म पत्रकार के रूप में उच्च पहुंचा दिया है