सनोज मिश्रा द्वारा निर्देशित फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल का ट्रेलर 30 जनवरी को रिलीज़ किया गया । यह फ़िल्म जल्द ही रिलीज की जाएगी। यह फ़िल्म पूरी तरीके से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की स्थिति और वहां पर हो रहे अत्याचारों को इंगित करते हुए बनाई गई है ।
फ़िल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि किस कदर वहाँ के स्थानीय मुसलमानों ने धर्म परिवर्तन के नाम पर हिन्दू महिलाओं के साथ जोर जबरदस्ती किया है और उनकी बात नहीं मानने वाली महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी विभत्स घटनाओं को अंजाम दिया है । इस फ़िल्म में दिखाए गए कुछ दृश्य ऐसे हैं जिनको देखने के बाद तो इसपर किसी भी सामान्य इंसान का खून खौल उठे और शर्म से आंखें बंद होने लग जाएं ।
इस फ़िल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल में बंगलादेश व म्यांमार से आये हुए घुसपैठियों के द्वारा किये जा रहे अपराधों को भी प्रमुखता से दिखाया गया है । इसमें दिखाया गया है कि किस कदर उन्हें राजनैतिक संरक्षण प्रदान करने के चक्कर मे एक स्थानीय पार्टी खुलकर हिन्दुओं का विरोध करने लगती है और उन्हें वोट नहीं करने के कारण बस्तियों को जलाने में गुंडों का सहारा ले रही है । पश्चिम बंगाल में बिल्कुल केवल भय की राजनीति की जा रही है और हिंदुओं की स्थिति को आज इस हालात में लाकर खड़ा कर दिया गया है जहाँ से कोई आवाज उठाने की हिम्मत ना कर सके ।
फ़िल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल में कहानी का प्लॉट तो ज्वलंत है लेकिन फ़िल्म का ट्रेलर कुछ जगहों पर तकनीकी रूप से कमजोर लगता है । फ़िल्म के क्रूर सीक्वेंस को छोड़ दिया जाए तो सीरियस दृश्यों में अभिनय पक्ष जान डालकर प्रभावशाली बनाते हुए लगता है ।
फ़िल्म में बैकग्राउंड स्कोर ठीकठाक है और फिल्मोग्राफी भी कुछ हद तक इसको सुदृढ़ करती हुई दिखती है । ऐसा लगता है कि इस फ़िल्म को बनाने में निर्देशक ने सम्वाद से अधिक वहां पर हो रहे अत्याचारों को ही मुख्य मुद्दा बनाकर फ़िल्म की पटकथा तैयार किया था । जो कि कुछ सीन में काफी संजीदा दिखाई पड़ रही है । कुल मिलाकर फ़िल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल आज की तारीख में सत्य घटनाओं को उजागर करती हुई बेहतरीन फ़िल्म हो सकती है। इस दिशा में फ़िल्म रिलीज से पहले निर्माता निर्देशक को कुछ काम करना बाकी रह गया है । जो वे समय रहते पूर्ण कर लेंगे ।
वसीम रिजवी फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के निर्माता वसीम रिजवी उर्फ़ जितेंद्र नारायण सिंह है , फिल्म के लेखक और निर्देशक सनोज मिश्र हैं। फिल्म के कलाकारों में अर्शिन मेहता , यजुर मारवाह, दीपक कंबोज ,अल्फिया शेख, गरिमा कपूर रीना भट्टाचार्य, गौरी शंकर, देव फौजदार, अनिल अंजुनिल, संजू सोलंकी, डा रामेंद्र चक्रवर्ती, दीपक सूठा, जितेंद्र नारायण सिंह, जनार्दन सिंह मयूर, अनुज दीक्षित, नीत महल जैसे मंजे हुए कलाकार है । फिल्म के सह निर्माता क्षत्रपाल सूर्यवंशी, संजय कुमार, और अर्जुन सिंह हैं। फ़िल्म के छायाकार सत्यपाल सिंह, संपादक रंजीत प्रसाद और संगीतकार ए आर दत्ता और पी आर ओ संजय भूषण पटियाला हैं