Indian Women In Pakistan: राजस्थान की रहने वाली अंजू पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी दीर जिले में अपने दोस्त से मिलने जा पहुंची हैं.
Anju In Pakistan: पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के भारत आने का मामला अभी सुर्खियों में ही है कि अब एक और ऐसा ही मामला सामने आया है. इस बार एक भारतीय महिला अपने प्रेमी से मिलने पाकिस्तान (Pakistan) पहुंच गई है. राजस्थान (Rajasthan) की रहने वाली इस महिला का नाम अंजू (Anju) है. 34 वर्षीय अंजू की पाकिस्तानी व्यक्ति नसरुल्ला (Nasrulla) से फेसबुक पर दोस्ती हुई और फिर उसे उससे प्यार हो गया.
भारत की अंजू सगाई करने पहुंची पाकिस्तान
भारत की अंजू और पाकिस्तान के नसरुल्ला की लव स्टोरी अब सुर्खियां बन रही है। सीमा हैदर की तरह ही ऑनलाइन मिले प्यार को हासिल करने के लिए अंजू पाकिस्तान पहुंच गई। उसे यहां के खैबर पख्तूनख्वां के रहले वाले नसरुल्ला से प्यार हो गया था। नसरुल्लाह खैबर के अपर दीर में का रहने वाला है। पाकिस्तान की सरकार अब इस मामले की जांच में जुट गई है। 35 साल की अंजू और 29 साल के नसरुल्ला के बीच चार साल पहले फेसबुक पर लवस्टोरी की शुरुआत हुई थी। अंजू शादीशुदा है और इसके बाद भी नई दिल्ली से अपने प्रेमी से मिलने के लिए सीधा खैबर पहुंच गई थी।
अंजू शादीशुदा है और दो बच्चों की मां है. अंजू का जन्म उत्तर प्रदेश के कैलोर गांव में हुआ था और वह राजस्थान के अलवर जिले में रहती थी. वह अब अपने पाकिस्तानी दोस्त नसरुल्ला से मिलने के लिए पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी दीर जिले में है. अंजू ने सोमवार (24 जुलाई) को पाकिस्तान से अपना वीडियो जारी करते हुए कहा कि मैं जल्द ही भारत वापस लौटूंगी.
वीजा लेकर पाकिस्तान गई अंजू
अंजू ने वीडियो में कहा कि मैं वैध वीजा लेकर पाकिस्तान आई हूं. यहां मैं सुरक्षित हूं, मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं कुछ ही दिन में वापस लौट आऊंगी. मेरी मीडिया से अपील है कि मेरे बच्चे और परिवार को परेशान न किया जाए.
अंजू लीगल वीजा लेकर पाकिस्तान गई है. उसके वीजा की अवधि पूरी होने पर 20 अगस्त को स्वदेश लौट जाएगी. ये जानकारी अंजू के पाकिस्तानी मित्र नसरुल्ला ने भी सोमवार को दी. नसरुल्ला ने इसके साथ ही अंजू से प्रेम संबंध होने की दावों को भी खारिज कर दिया.
नसरुल्ला ने कहा- शादी की योजना नहीं
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नसरुल्ला (29) ने कहा कि उसकी अंजू से शादी करने की कोई योजना नहीं है. वहीं पाकिस्तान के दीर जिले के एसपी ने कहा कि 21 अगस्त को अंजू पाकिस्तान से वापस चली जाएगी. हमने उनकी सुरक्षा में पुलिस तैनात की है.
फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
नसरुल्ला और अंजू की दोस्ती 2019 में फेसबुक के जरिए हुई थी. नसरुल्ला ने कहा कि अंजू पाकिस्तान आई हुई है और हमारी शादी करने की कोई प्लानिंग नहीं है. उन्होंने कहा कि अंजू मेरे घर में परिवार की अन्य महिलाओं के साथ दूसरे कमरे में रहती है.
पांच भाइयों में सबसे छोटा है नसरुल्ला
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय की ओर से नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग को भेजे गए आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक कार्यालय सूचित करता है कि उसने अंजू को केवल ऊपरी दीर जिले के लिए 30 दिनों का वीजा मंजूर करने का फैसला किया है. नसरुल्ला शेरिंगल स्थित विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक है और पांच भाइयों में सबसे छोटा है.
नसरुल्ला ने कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की है और अंजू उसके परिवार के साथ सुरक्षित है. पश्तून बहुल गांव के लोग चाहते हैं कि अंजू सुरक्षित भारत लौट जाए क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस घटना से उनके समुदाय की बदनामी हो. अंजू के पति व राजस्थान निवासी अरविंद ने उम्मीद जताई है कि जल्द उसकी पत्नी वापस आ जाएगी.
धर्म को लेकर परिवार ने किया बड़ा खुलासा
धर्म को लेकर अंजू के परिवार वालों ने बड़ा दावा किया है. अंजू के चचेरे मामा रोशन लाल ने यूपी तक को बताया कि अंजू ने ईसाई धर्म अपना लिया था और अभी भी वो ईसाई ही है. अंजू की शादी अलवर में हुई थी. उनके दो बच्चे हैं. अंजू की 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है. उनके बच्चे अपने पिता के साथ भिवाड़ी में हैं. अंजू से हमारी मुलाकात अप्रैल में हुई थी.
वीज़ा लेने में दो साल लग गए
नसरुल्लाह ने बीबीसी से कहा कि कुछ साल पहले फ़ेसबुक के ज़रिए उनका संपर्क भारत की अंजू से हुआ था.
मूल रूप से उत्तर प्रदेश की अंजू एक निजी कंपनी में नौकरी करती हैं. उनके अनुरोध पर उनकी निजी जानकारी को संक्षेप में बताया जा रहा है.
जब बीबीसी ने अंजू से बात करने का अनुरोध किया तो नसरुल्लाह ने बीबीसी को बताया कि अंजू इस समय मीडिया से बात नहीं करना चाहतीं.
नसरुल्लाह कहते हैं, “पहले यह संपर्क दोस्ती और फिर प्यार में बदल गया, जिसके बाद हम दोनों ने साथ में जीवन बिताने का फ़ैसला किया.”
नसरुल्लाह के अनुसार, उनके परिजन इस फ़ैसले में उनके साथ हैं.
उन्होंने कहा, “दोनों में तय हुआ कि अंजू पाकिस्तान का दौरा करेंगी, यहां आकर मेरे परिवार से मिलेंगी और हम पाकिस्तान में मंगनी करेंगे, जिसके कुछ समय बाद हम शादी कर लेंगे.”
लेकिन इस दौरे को संभव बनाना दोनों के लिए आसान नहीं था. सीमा क्षेत्र की समस्या के अलावा एक रुकावट दोनों देशों के बीच बीते सालों के तनावपूर्ण संबंध भी थे.
नसरुल्लाह का कहना है कि अंजू के लिए पाकिस्तान का वीज़ा लेना बहुत मुश्किल था.
वो कहते हैं, “हमारी नीयत साफ़ थी जिसकी वजह से हम दोनों ने बिल्कुल हिम्मत नहीं हारी.”
एक ओर अंजू दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास के चक्कर लगाती रहीं जबकि नसरुल्लाह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय और दूसरे दफ़्तरों के चक्कर काटते रहे.
नसरुल्लाह का कहना था, “अंजू वहां पर अफ़सरों को समझाती रहीं और मैं यहां पर अफ़सरों से गुज़ारिश करता रहा कि वीज़ा अंजू का अधिकार है और हम अगर मिलना चाहते हैं तो वो हमें मिलने दें.”
आख़िर में दोनों की कोशिशें रंग लाईं, लेकिन अफ़सरों को समझाकर मनाने में उनको दो साल का समय लग गया जिसके बाद अंजू को पाकिस्तान का वीज़ा भी मिल गया और उनको दीर बाला जाने की अनुमति भी दे दी गई.
नसरुल्लाह का कहना है कि पाकिस्तान और फिर दीर बाला पहुंचने के लिए सभी क़ानूनी ज़रूरतें पूरी की गई हैं.
वो कहते हैं, “अंजू और मैंने वीज़ा हासिल करने के लिए हज़ारों रुपए ख़र्च किए हैं. अब एक बार वीज़ा लग गया है तो उम्मीद है कि आगे कोई समस्या नहीं होगी.”
‘भविष्य का फ़ैसला शादी के बाद करेंगे’
नसरुल्लाह बताते हैं कि अंजू भारत में अपनी कंपनी से छुट्टी लेकर पाकिस्तान आई हैं और भारत वापिस जाकर अपनी नौकरी जारी रखेंगी.
उन्होंने बताया, “अंजू इस समय मेरे घर पर रह रही हैं. यहां पर वह बिल्कुल शांति और आराम से रह रही हैं लेकिन यह ख़बर आम होने के बाद मीडिया की मौजूदगी से वह ख़ुश नहीं हैं.”
“बहुत बड़ी संख्या में मीडिया और लोग यहां इकट्ठा हो चुके हैं. मैं सबसे कहता हूं कि ज़रूरी होगा तो मैं ख़ुद मीडिया को बता दूंगा. मैं नहीं चाहता कि हमारे संबंध को कोई समस्या की तरह देखे, हमारे संबंध में धर्म शामिल नहीं है. अंजू धर्म परिवर्तन करेगी या नहीं यह उनका अपना फ़ैसला होगा और मैं उनके फ़ैसले का सम्मान करूंगा, ठीक वैसे, जैसे वह मेरे फ़ैसले का सम्मान करती हैं.”
नसरुल्लाह का कहना था कि उनके संबंध से अंजू के परिवार को भी कोई समस्या नहीं है.
वो कहते हैं, “इसलिए मैं कहता हूं कि हमारी निजता का सम्मान किया जाना चाहिए. हमारे संबंध को तमाशा ना बनाया जाए, हम यह बिल्कुल नहीं चाहते हैं.”
‘अंजू पख़्तूनों की मेहमान हैं’
ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह में एक भारतीय महिला की मौजूदगी से उस क्षेत्र के लोग भी ख़ुश हैं लेकिन मौसम और मौजूदा हालात उनके स्वागत की तैयारियों की राह में रुकावट बन गए हैं.
नसरुल्लाह के स्थानीय क्षेत्र की राजनीतिक और सामाजिक शख़्सियत फ़रीदुल्लाह ने बीबीसी को बताया, “अंजू जुमा (शुक्रवार) के दिन सुबह के वक़्त पहुंचीं जब यहां भारी बारिश हो रही थी.”
“इलाक़े के लोग शिद्दत से उनका इंतज़ार कर रहे थे. हमारा ख़्याल था कि हम शनिवार को शानदार स्वागत समारोह का आयोजन कर सकेंगे मगर दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई. अब हम यह स्वागत समारोह बाद में आयोजित करेंगे.”
फ़रीदुल्लाह का कहना था, “अंजू पख़्तूनों की मेहमान हैं और बहू भी हैं. वह जब तक यहां रहना चाहे, रह सकती हैं. उनको कोई तकलीफ़ या कोई परेशानी नहीं होगी. हम इस बात को हर स्थिति में सुनिश्चित करेंगे कि उनको हमारे पास कोई तकलीफ़ ना पहुंचे और उनको सारी सुविधाएं मयस्सर हों.”
उन्होंने बताया, “हमारे क्षेत्र में ख़ुशी का माहौल है. हमारे घरों की महिलाएं लगातार अंजू से मिलने जा रही हैं, उन्हें तोहफ़े दे रही हैं. महिलाएं उनको भरोसा भी दिला रही हैं कि वह किसी बात की चिंता ना करें.”
दीर बाला के डीपीओ, मोहम्मद मुश्ताक़ के अनुसार यहां पहुंचने वाली अंजू के वीज़ा काग़ज़ात की पुलिस ने जांच पड़ताल की है और वह सही पाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि अंजू को एक महीने का वीज़ा दिया गया है और इस दौरान उनको दीर बाला में रहने की इजाज़त भी दी गई है.
उनका कहना था कि पुलिस ने रविवार की शाम नसरुल्लाह और अंजू को स्थानीय पुलिस थाने में औपचारिक पूछताछ के लिए बुलाया है.
मोहम्मद मुश्ताक़ ने कहा, “यह औपचारिक बातचीत सभी विदेशियों के साथ होती है. उनसे बात करने और इंटरव्यू करने के बाद उनको वापसी की अनुमति भी दे दी जाएगी.”
उन्होंने कहा, “पुलिस अंजू को पूरी सुरक्षा देगी और उसके साथ-साथ उनकी प्राइवेसी का भी पूरा ख़्याल रखेगी.”