जयपुर, 22 अक्टूबर 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट पर एक बार फिर रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने इस सीट से अपने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया को मैदान में उतारा है।

दोनों नेता शेखावाटी के कद्दावर जाट नेता माने जाते हैं। डोटासरा ने छात्र राजनीति से अपना सियासी सफर शुरू किया, जबकि महरिया पेशे से किसान होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता और उद्योगपति भी हैं। दोनों ने ही नेताओं को राजनीति में 25 साल से अधिक का अनुभव है।

डोटासरा जहां कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीन बार विधायक रह चुके हैं, तो महरिया भी भाजपा के टिकट पर लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं। हालांकि, लक्ष्मणगढ़ सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है।

क्या है डोटासरा की ताकत?

डोटासरा को कांग्रेस का वरिष्ठ नेता माना जाता है। वह गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। उनके पास क्षेत्र में अच्छा नेटवर्क है और वह लगातार तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं।

क्या है महरिया की ताकत?

महरिया एक अनुभवी नेता हैं। वह भाजपा के वरिष्ठ नेता भी हैं। उनके पास क्षेत्र में अच्छी लोकप्रियता है और वह लगातार तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं।

कौन बनेगा विजेता?

दोनों नेता एक-दूसरे के करीबी प्रतिद्वंद्वी हैं। हालांकि, लक्ष्मणगढ़ सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है। ऐसे में डोटासरा की जीत की उम्मीद ज्यादा है।

चुनाव परिणाम पर क्या असर पड़ेगा?

लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट राजस्थान के महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इस सीट पर जीत-हार का असर राज्य की राजनीति पर पड़ सकता है।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor