02 06 2023 1 23430339

Gurugram Fake Call Centre: गुरुग्राम साइबर क्राइम पुलिस ने यहां एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी।

Gurugram Fake Call Centre: गुरुग्राम साइबर क्राइम पुलिस ने यहां एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को गुरुवार देर शाम गुरुग्राम के सेक्टर-67 स्थित किराए के मकान से उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे लोगों को फोन कर रहे थे और अपने कंप्यूटर पर काम कर रहे थे.

जालसाजों ने क्रिप्टोकरंसी कंपनियों और पंजीकृत पीड़ितों के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करके विदेशियों, ‘विशेष रूप से अमेरिकी नागरिकों’ को धोखा दिया। उन्होंने लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए 250-300 डॉलर गिफ्ट कार्ड के रूप में लिए। पुलिस ने मुख्य संचालक मोहम्मद जफर इकबाल और उनके कर्मचारियों (नूर हुसैन, सुमित, अभिषेक मिश्रा, शेख इब्राहिम, अभिषेक गुप्ता और मोहम्मद आदिल) समेत आरोपियों के कब्जे से पांच लैपटॉप, सात फोन और एक क्रिप्टोकरंसी वॉलेट बरामद किया है.

Gurugram : विदेशी लोगों से ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, पकड़े 7 आरोपी

गुरुग्राम के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) विपिन अहलावत ने कहा, “आरोपी दूरसंचार विभाग से प्राप्त कोई भी वैध ओएसपी लाइसेंस या उनके काम से संबंधित कोई अन्य समझौता ज्ञापन नहीं दिखा सके। किराए के फ्लैट में पिछले एक माह से कॉल सेंटर चल रहा था। एसीपी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120-बी (आपराधिक साजिश) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि यह लोग अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले लोगों को पेपाल नार्टोन अमेजॉन ग्रीक स्क्वॉयड के प्रतिनिधि बनकर रिफंड कराने के नाम पर ई-मेल भेजते थे। उस पर फर्जी टोल फ्री नंबर भी भेजा जाता था।

साइबर थाना वेस्ट पुलिस ने छापेमारी कर सेक्टर 67 में एक फ्लैट से सात आरोपियों को धर दबोचा। यह सभी आरोपित कोलकाता के रहने वाले हैं। इनका सरगना मो. जफर इकबाल भी कोलकाता का ही रहने वाला है। इनके पास से 5 लैपटाप, 7 मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद किया है।

बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि बनकर करते थे फोन

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि यह लोग अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले लोगों को पेपाल, नार्टोन, अमेजॉन, ग्रीक स्क्वॉयड के प्रतिनिधि बनकर रिफंड कराने के नाम पर ई-मेल भेजते थे। उस पर फर्जी टोल फ्री नंबर भी भेजा जाता था।

जब लोग इन्हें फोन करते थे, तब आरोपित कंपनी के प्रतिनिधि बनकर उनके लैपटॉप को एनीडेस्क पर लेकर उनकी स्क्रीन को ब्लॉक कर देते थे। उनके खाते में बढ़ी हुई राशि प्रदर्शित की जाती थी, इसके एवज में आरोपित उनसे गिफ्ट और क्रिप्टो के रूप में पैसे मांगते थे। लोगों से ढाई सौ से लेकर 500 डॉलर तक लिए जाते थे।

किराए पर फ्लैट लेकर कॉल सेंटर चला रहा था सरगना

बाकी छह अन्य आरोपितों की पहचान कोलकाता के सुमित कुमार मिश्रा, मो. आदिल, अभिषेक कुमार मिश्रा, नूर हुसैन, अभिषेक गुप्ता और शेख इब्राहिम के रूप में हुई है। सरगना मोहम्मद जफर किराए पर फ्लैट लेकर कॉल सेंटर चला रहा था। इसने छह लोगों को नौकरी और कमीशन पर रखा हुआ था। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि यह लोग प्रतिदिन चार से पांच हजार लोगों के पास ई-मेल भेजते थे

By Jagnnath Singh Rao

Jagnnath Singh Rao - News Editor and Journalist