क्रिसमस का मौसम आ गया है, और दरोगा हप्पू सिंह अपने बच्चों को खुश करने के लिए कुछ खास करने का फैसला करते हैं। वह अपने बच्चों के लिए सीक्रेट सांता बनने की योजना बनाते हैं। लेकिन उन्हें सांता के कपड़े नहीं मिल पाते हैं। क्या हप्पू अपने बच्चों को सांता के रूप में देख पाएगा?


हप्पू सिंह अपने बच्चों, हप्पू जूनियर और खुशी से बहुत प्यार करते हैं। वह हमेशा उनके लिए कुछ न कुछ अच्छा करने की कोशिश करते हैं। क्रिसमस के मौसम में, हप्पू अपने बच्चों को खुश करने के लिए कुछ खास करने का फैसला करते हैं। वह अपने बच्चों के लिए सीक्रेट सांता बनने की योजना बनाते हैं।

हप्पू अपने बच्चों को बताते हैं कि वह क्रिसमस की रात को उनके लिए एक सरप्राइज लेकर आएंगे। बच्चे बहुत खुश होते हैं। वे हप्पू से वादा करते हैं कि वह क्रिसमस की रात को सोकर रहेंगे ताकि वह उन्हें सरप्राइज दे सकें।

हप्पू सांता के कपड़े खरीदने के लिए बाजार जाते हैं। लेकिन उन्हें सांता के कपड़े नहीं मिल पाते हैं। हप्पू निराश हो जाते हैं। वह सोचते हैं कि अब वह अपने बच्चों को सरप्राइज नहीं दे पाएंगे।

हप्पू अपने दोस्त कटोरी अम्मा से बात करते हैं। कटोरी अम्मा उन्हें एक उपाय बताती हैं। वह कहती हैं कि हप्पू अपने पुराने कपड़ों पर सफेद रंग से बाल लगा सकते हैं। इससे उन्हें सांता के कपड़े जैसा दिखने लगेंगे।

हप्पू कटोरी अम्मा के सुझाव पर अमल करते हैं। वह अपने पुराने कपड़ों पर सफेद रंग से बाल लगाते हैं। अब वह सांता के कपड़े पहने हुए लगते हैं।

क्रिसमस की रात, हप्पू अपने बच्चों के कमरे में जाते हैं। वे बच्चों के पास सांता के रूप में आते हैं। बच्चे हप्पू को देखकर बहुत खुश होते हैं। वे हप्पू को धन्यवाद देते हैं।

हप्पू अपने बच्चों की खुशी देखकर बहुत खुश होते हैं। वह अपने बच्चों को क्रिसमस का तोहफा देते हैं। बच्चे तोहफे पाकर बहुत खुश होते हैं।

हप्पू अपने बच्चों को खुश करने में सफल हो जाते हैं। वह एक अच्छे पिता साबित होते हैं।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor