नागपुर: केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी नागपुर सीट से हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रहे हैं। वह कांग्रेस के कैंडिडेट विकास ठाकरे से 70 हजार के वोटों से आगे चल रहे हैं। गडकरी ने 2014 और 2019 में लगातार दो बार नागपुर से जीत चुके हैं। इस बार कांग्रेस ने स्थानीय विधायक को उनके खिलाफ उतारा था।

विपक्ष उनके कद को कम करने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधता आया है। कांग्रेस ने जब 2024 के चुनावों के लिए पहली हुंकार भरी थी तब पार्टी की ओर से नागपुर में बढ़ी रैली की गई थी। राहुल गांधी ने इस रैली में सीधे-सीधे आरएसएस को निशाने पर लिया था। अगर बीजेपी को अपने बूते पर बहुमत नहीं मिला तो क्या नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे, इस बार लोकसभा चुनावों के परिणामों में अपेक्षित नंबर नहीं मिलने पर आरएसएस चिंतन और मंथन की मुद्रा में आ गया।

नागपुर से हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रहे हैं नितिन गडकरी। विरोधियों से भी गडकरी के अच्छे रिश्ते रहे हैं। नितिन गडकरी बीजेपी के उन नेताओं में शामिल हैं, जिनका मुरीद विपक्ष भी है। कई विपक्षी नेता खुले तौर पर नितिन गडकरी की तारीफ कर चुके हैं।

नितिन गडकरी पहली बार 2014 में चुने गए थे, जब मोदी लहर के चलते उन्होंने कांग्रेस के नेता विलास मुत्तेमवार को हराया था। 2019 लोकसभा चुनावों में नागपुर से फिर जीत हासिल की थी।

विपक्ष के कई नेता खुले तौर पर नितिन गडकरी की तारीफ कर चुके हैं। नितिन गडकरी अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं। कांग्रेस ने जब 2024 के चुनावों के लिए पहली हुंकार भरी थी तब पार्टी की ओर से नागपुर में बढ़ी रैली की गई थी। राहुल गांधी ने इस रैली में सीधे-सीधे आरएसएस को निशाने पर लिया था।

नितिन गडकरी नागपुर से हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रहे हैं और अपने विरोधियों से भी अच्छे रिश्ते बनाए हुए हैं। उनके प्रदर्शन से विपक्ष की चिंता बढ़ रही है और इससे आगे की राजनीतिक दिशा पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor