जयपुर, 17 अक्टूबर 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों की घोषणा को लेकर कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल मची हुई है। बीजेपी ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, लेकिन कांग्रेस अभी तक अपनी सूची जारी नहीं कर पाई है।

कांग्रेस ने अक्टूबर के पहले सप्ताह तक अपनी सूची जारी करने का दावा किया था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। इस दौरान तारीख पर तारीख बढ़ती जा रही है। इससे साफ नहीं हो पा रहा है कि आखिर कांग्रेस कब तक अपनी लिस्ट जारी करेगी।

इधर, कांग्रेस बड़े स्तर पर विधायक और मंत्रियों की टिकट काटने की जुगत में लगी हुई है। इस बीच सचिन पायलट ने केसी वेणु गोपाल के साथ दिल्ली में मुलाकात की। इस बैठक को लेकर कांग्रेस की सियासत में चर्चाएं तेज हो गई।

माना जा रहा है कि पायलट ने टिकट चयन के दौरान युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर पेच फंसा दिया है। इसके कारण कांग्रेस की लिस्ट में देरी हो रही है।

पायलट ने फंसा दिया पेच

कांग्रेस में सियासी मतभेदों को लेकर शुरू से इस बात की संभावनाएं थी। माना जा रहा था कि जब भी उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाएगी, उस समय एक बार फिर पार्टी में मतभेद देखने को मिल सकते हैं। यह डर कुछ साबित होता हुआ दिखाई दे रहा है।

सियासी गलियारों में इस बात को लेकर जमकर चर्चा है कि सचिन पायलट युवाओं और महिलाओं को टिकट देने की वकालत कर रहे हैं। इसी को लेकर मंथन में कांग्रेस हाईकमान उलझ कर रह गया है। वहीं पायलट चाहते हैं कि उनके समर्थकों के टिकट कम से कम काटे जाएं।

अपनी ही घोषणा में उलझ कर रह गई है, कांग्रेस पार्टी

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट शुरू से युवा और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर प्रयास कर रहे हैं। इसको लेकर उदयपुर में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी युवाओं और महिलाओं को टिकट देने का दावा किया। लेकिन अब जब कांग्रेस ने अपना सर्वे कराया तो, उस रिपोर्ट में युवाओं के बजाय वरिष्ठ नेताओं को महत्व दिया गया है।

अब एक और तो पायलट युवाओं और महिलाओं को टिकट देने की मांग उठा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अपनी ही सर्वे रिपोर्ट में उलझ गई है। ऐसे में कांग्रेस इस हालत में है कि वो करें तो क्या करें?

क्या होगा अब?

अब देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी इस पेच से कैसे निकलती है। क्या पार्टी पायलट की मांगों को मानती है या फिर अपनी ही घोषणा पत्र की बातों से पीछे हटती है।

टिकटों की घोषणा में देरी से कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्टी को जल्द से जल्द टिकटों की घोषणा करनी होगी, ताकि चुनाव प्रचार शुरू किया जा सके।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor