चंद्रयान 3 में था इस कंपनी का अहम योगदान, अब सऊदी अरब से मिला 33 हजार करोड़ का ऑर्डर
नई दिल्ली, 08 सितंबर 2023: चंद्रयान 3 मिशन में अहम योगदान देने वाली इंजीनियरिंग और कंसट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो को सऊदी अरब से बड़ा ऑर्डर मिला है. कंपनी को दो ऑर्डर मिले हैं, जिनकी वैल्यू 4 अरब डॉलर यानी 33 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई जा रही है. इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली और 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गया.
किस तरह का मिला है ऑर्डर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लार्सन एंड टूब्रो को सऊदी अरामको से करीब 4 अरब डॉलर (332.6 अरब रुपये) के दो ऑर्डर मिले हैं. MEED, पहले मिडिल ईस्ट इकोनॉमिक डायजस्ट, ने 7 सितंबर को बताया कि एलएंडटी को सऊदी अरामको के जाफुराह अनकंवेंशनल गैस प्रोडक्शन प्रोजेक्ट के दूसरे एक्सपेंशन फेज के हिस्से के रूप में दो इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंसट्रक्शन ऑर्डर मिले हैं. सऊदी अरामको ने पूर्वी प्रांत में 110 अरब डॉलर की जाफुराह गैस प्रोजेक्ट की योजना बनाई है.
रिपोर्ट के अनुसार, एलएंडटी को गैस प्रोसेसिंग प्लांट और इसकी मेन प्रोसेस यूनिट के निर्माण का काम सौंपा है और जाफुराह अनकंवेंशनल गैस प्रोडक्शन प्रोजेक्ट के के लिए गैस कंप्रेशन यूनिट का निर्माण भी करना है. गैस प्रोसेसिंग प्लांट और इसकी मेन प्रोसेस यूनिट के निर्माण का पहला कांट्रैक्ट 2.9 अरब डॉलर यानी करीब 24 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान है. गैस कंप्रेशन यूनिट्स के निर्माण का दूसरा कांट्रैक्ट 1 अरब डॉलर यानी 8320 करोड़ रुपये का है.
कंपनी के शेयरों में उछाल
इस ऑर्डर की सूचना के बाद कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और नए 52 हफ्तों की हाई पर पहुंच गया. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का शेयर 4.26 फीसदी की तेजी के साथ 2847.05 रुपये पर बंद हुआ. वहीं कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी के शेयर में 4.55 फीसदी की तेजी देखने को मिली और शेयर 2854.95 रुपये के साथ 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गया. वैसे एक दिन पहले कंपनी का शेयर 2730.60 रुपये पर बंद हुआ था और सुबह मामूली गिरावट के साथ 2722.15 रुपये के साथ ओपन हुआ था. वहीं दूसरी ओर कंपनी के मार्केट कैप में भी 16368 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. कंपनी का एमकैप 4 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है.
चंद्रयान में था कंपनी का अहम योगदान
मल्टी नेशनल कंपनी लार्सन टूब्रो ने चंद्रयान मिशन की लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभाई है. कंपनी ने मिशन के लिए बूस्टर सेगमेंट का निर्माण किया और पवई में एलएंडटी की फैसिलिटी में प्रेशर की टेस्टिंग की गई थी. कंपनी ने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए लॉन्च व्हीकल के सिस्टम इंटिग्रेशन में भी अहम योगदान दिया था. चंद्रयान 3 मिशन में देश की एक दर्जन से ज्यादा सरकारी और गैर सरकारी कंपनी की हिस्सेदारी थी. जिसकी कॉस्ट 615 करोड़ रुपये थी.
लार्सन एंड टूब्रो के लिए यह ऑर्डर एक बड़ी उपलब्धि है. यह कंपनी के वैश्विक स्तर पर अपने कारोबार को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कंपनी को उम्मीद है कि यह ऑर्डर उसे भविष्य में और बड़े ऑर्डर हासिल करने में मदद करेगा.