Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा चौंकाने वाले फैसले ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा सिविल लाइंस विधानसभा सीट से ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम गौड़ को टिकट दे सकती है। गौड़ शहर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य हैं और प्रताप सिंह खाचरियावास के पुरोहित भी हैं।

वर्तमान में सिविल लाइंस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है, गौड़ के नाम पर भाजपा के अंदर भी मतभेद हैं। कुछ लोग उनका समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग उनके नाम पर आपत्ति जता रहे हैं।

यदि भाजपा गौड़ को टिकट देती है, तो यह एक बड़ा फैसला होगा। यह देखना होगा कि भाजपा इस फैसले से कितना फायदा या नुकसान उठाती है।

ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम गौड़ के बारे में

ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम गौड़ जयपुर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य हैं। वह प्रताप सिंह खाचरियावास के पुरोहित भी हैं। गौड़ ने कई पुस्तकों का लेखन भी किया है।

गौड़ का पुत्र करन गौड़ कांग्रेस के पार्षद हैं। करणवीर गौड़ ने हाल ही में भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक उनका भाजपा में कोई पद नहीं मिला है।

BJP का फैसला चौंकाने वाला ?

BJP का यह फैसला चौंकाने वाला है। गौड़ एक ज्योतिषाचार्य हैं और उनका कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है। हालांकि, गौड़ प्रताप सिंह खाचरियावास के पुरोहित हैं

जाति आधारित मतदाता

सिविल लाइन विधानसभा सीट में लगभग 55000 ब्राह्मण मतदाता हैं. 25000 हजार वैश्य मतदाता हैं. लगभग 25000 अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं. 20000 माली, 25000 मुस्लिम, 10000 राजपूत सहित अन्य कई वर्गों के मतदाता हैं.

गौड़ के नाम पर मतभेद

गौड़ के नाम पर भाजपा के अंदर भी मतभेद हैं। कुछ लोग उनका समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग उनके नाम पर आपत्ति जता रहे हैं।

गौड़ के समर्थकों का कहना है कि वह एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं और उनके पास एक मजबूत व्यक्तित्व है। वे यह भी कहते हैं कि गौड़ BJP को चुनाव में फायदा पहुंचा सकते हैं।

गौड़ के विरोधियों का कहना है कि वह एक ज्योतिषाचार्य हैं और उनके पास कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है। वे यह भी कहते हैं कि गौड़ का चुनाव लड़ना भाजपा के लिए एक जोखिम हो सकता है।

अगला कदम क्या होगा?

BJP अभी तक गौड़ को टिकट देने की घोषणा नहीं की है। पार्टी इस फैसले पर अंतिम रूप देने से पहले मतभेदों को दूर करने की कोशिश कर रही है।

यदि BJP गौड़ को टिकट देती है, तो यह एक बड़ा फैसला होगा। यह देखना होगा कि भाजपा इस फैसले से कितना फायदा या नुकसान उठाती है।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor