उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर जिले के गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र में बुधवार को एक स्कूल में जन्माष्टमी उत्सव के दौरान लोहे का एक खंभा गिर गया। हादसे में दो छात्राओं की मौत हो गई जबकि तीन अन्य छात्राएं घायल हो गईं।
मटकी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए स्टूडेंट्स स्कूल के पोर्च में इकठ्ठा हुए थे। इस दौरान स्कूल की छत पर ध्वजारोहण के लिए लगा लोहे का पोल ईंट-सीमेंट के पिलर सहित उखड़ कर नीचे बैठी पांच छात्राओं पर आ गिरा।
वहीं, मामले को लेकर देर शाम शिक्षा विभाग ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जोगी तालाब की प्राचार्य रेखा डामोर और प्रथम इंचार्ज तरुणा निनामा को निलंबित कर दिया।
एक छात्रा 7वीं, दूसरी 8वीं में पढ़ती थी
घायल पांचों छात्राओं को तुरंत नजदीकी गीतांजलि हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने नारायणी (13) और राधा (13) को मृत घोषित कर दिया गया। घायल छात्रा वंदना (11), बसंती (17) और केसर (13) का इलाज चल रहा है। नारायणी 7वीं और राधा 8वीं क्लास में पढ़ती थी।
सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा सहित कई जनप्रतिनिधि और शिक्षा विभाग के अधिकारी गीतांजलि हॉस्पिटल पहुंचे।
वजन से टूटा पिलर
गिर्वा डीएसपी रजत विश्नोई ने बताया- जन्माष्टमी के अवसर पर बुधवार को स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान ईंटों का 2 फीट ऊंचा पिलर छत से पोल समेत बच्चों पर गिर गया। इससे 2 छात्राओं की मौत हो गई। 3 बच्चियां घायल हैं, जिनका इलाज जारी है।
मटकी फोड़ कार्यक्रम के दौरान रस्सी का एक सिरा पिलर से बांधा गया
था और दूसरा एक टंकी से। पिलर उस दबाव को झेल नहीं पाया और नीचे आ गिरा। इस दौरान बच्चे मटकी को रस्सी पर बांध रहे थे तो कुछ बच्चे नीचे पोर्च में मौजूद थे।
फिलहाल किसी परिजन ने मामला दर्ज नहीं कराया है। अगर कोई मामला दर्ज कराएगा तो उसका जांच किया जाएगा।
बच्चों ने बताया क्या हुआ था
कार्यक्रम में मौजूद बच्चों ने कहा कि मटकी फोड़ प्रतियोगिता शुरू हो चुकी थी। कुछ बच्चे मटकी फोड़ने में जुटे थे तो कुछ पोर्च में बैठकर कार्यक्रम को देख रहे थे। इस दौरान ऊपर से कुछ पत्थर गिरे। कुछ बच्चे तो भाग निकले और कुछ बच्चे समझ पाते, इससे पहले ही ईंटों का पिलर पोल समेत उन पर गिर गया। सब रोते हुए भागे और कार्यक्रम में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
दोनों परिवाराें को 10-10 लाख की सहायता, संविदा नौकरी भी
उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर जोगी तालाब क्षेत्र के ग्रामीण और मृतक छात्राओं के परिजन भी पहुंचे। वे दोनों बच्चियों के परिवारों को मुआवजा और एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़ गए।
ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने बताया कि जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल और अन्य अधिकारियों के साथ यह तय किया गया कि दोनों परिवारों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही 1-1 सदस्य को संविदा पर नौकरी दी जाएगी। ग्रामीण विधायक मीणा ने भी 51-51 हजार रुपए दोनों छात्राओं के परिजनों को देने की बात कही।
ऐसा कोई आयोजन न हो, जिसमें दुर्घटना की संभावना हो: डीईओ
उदयपुर की जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) आशा मांडावत ने कहा- हादसे को लेकर पूरी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा किसी भी तरह के आयोजन या उत्सव को लेकर सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने के निर्देश पहले ही दे रखे हैं। आज फिर से सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर रिमाइंडर भेज दिया गया है।
आदेश में कहा गया है कि ऐसी किसी गतिविधि का आयोजन नहीं कराया जाए, जिसमें किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने की संभावना हो।
अधिकारी के मुताबिक, घायल छात्राओं को गीतांजलि अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने दो छात्राओं को मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान सातवीं कक्षा की छात्रा नारायणी और आठवीं कक्षा की छात्रा राधा के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जायेगा।
उदयपुर के एक सरकारी स्कूल में जन्माष्टमी का पर्व मनाते समाने बड़ी दुर्घटना हो गई. स्कूल के कार्यक्रम में मटकी फोड़ यानि दही हांडी कार्यक्रम हो रहा था. इसी दौरान ये हादसा हो गया, जिसमें दो बच्चियों की मौत हो गई. हादसे के बाद पूरे स्कूल में अफरा तफरी मच गई।