बीकानेर के मेहुल पुरोहित की कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखता है। बिना किसी कोचिंग, बिना किसी गाइडेंस, सिर्फ गूगल और यूट्यूब को गुरु मानकर मेहुल ने डिजिटल ब्रांडिंग की दुनिया में वो कर दिखाया जो बड़े-बड़े प्रोफेशनल्स भी सोच नहीं पाते।
पिता को बचपन में खोने के बाद, मां ने छोटे-छोटे काम करके मेहुल को पढ़ाया और संस्कार दिए। मेहुल ने गूगल-यूट्यूब से ग्राफिक डिजाइनिंग सीखी और 2021 में अपनी कंपनी मल्टीफेज डिजिटल शुरू की। आज ये कंपनी करोड़ों का कारोबार कर रही है और बॉलीवुड के बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की पहली पसंद बन चुकी है।
मेहुल की मेहनत और जज्बे ने उन्हें इकोनॉमिक टाइम्स यंग इंडस्ट्री लीडर्स अवार्ड और एशिया के यंगेस्ट एंटरप्रेन्योर 2022 जैसे बड़े खिताब दिलाए। उनके बड़े भाई देवेंद्र पुरोहित भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
मेहुल की कहानी बताती है कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो कोई भी सपना सच हो सकता है। गूगल-यूट्यूब के इस शिष्य ने साबित कर दिया कि खुद पर भरोसा हो तो कोई भी चमत्कार मुमकिन है।
बीकानेर का डिजिटल योद्धा: मेहुल पुरोहित
बीकानेर का रहने वाला 23 साल का मेहुल पुरोहित आज डिजिटल ब्रांडिंग और मार्केटिंग की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुका है। चाहे बॉलीवुड के बड़े सितारे हों, टॉप सिंगर्स, या सोशल मीडिया के पॉपुलर इन्फ्लुएंसर्स, मेहुल की कंपनी मल्टीफेज डिजिटल सबकी पहली पसंद बन चुकी है।
गूगल और यूट्यूब बने गुरू
मेहुल ने अपनी पढ़ाई रमेश इंग्लिश स्कूल और प्लैनेट ऑफ कॉमर्स से की। लेकिन असली सीख उन्होंने गूगल और यूट्यूब से ली। 11वीं क्लास में उन्होंने ग्राफिक डिजाइनिंग सीखनी शुरू की और धीरे-धीरे डिजिटल मार्केटिंग और ब्रांडिंग की दुनिया में महारथ हासिल कर ली।
2021 में मल्टीफेज डिजिटल की शुरुआत
2021 में मेहुल ने मल्टीफेज डिजिटल की नींव रखी। उनकी मेहनत और क्रिएटिव सोच ने कंपनी को चंद सालों में टॉप पर पहुंचा दिया। आज ये कंपनी बॉलीवुड एक्टर्स, सिंगर्स, और सोशल मीडिया क्रिएटर्स के लिए डिजिटल ब्रांडिंग और मार्केटिंग का हब बन चुकी है।
सफलता के बड़े मुकाम
2022 में मेहुल को एशिया का सबसे युवा एंटरप्रेन्योर का खिताब मिला। हाल ही में उन्हें इकोनॉमिक टाइम्स यंग इंडस्ट्री लीडर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जिसे बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने प्रदान किया।
परिवार का मजबूत सहारा
मेहुल के बड़े भाई, देवेंद्र पुरोहित, उनके सफर में हमेशा उनके साथ खड़े रहे। उनकी मां मधु पुरोहित ने भी हर मुश्किल वक्त में उन्हें प्रेरित किया। मां के छोटे-छोटे कामों और संघर्ष ने मेहुल को मेहनत और लगन की असली सीख दी।
आगे की योजना
मेहुल का सपना है कि उनकी कंपनी इंटरनेशनल लेवल पर टॉप डिजिटल ब्रांडिंग एजेंसी बने। वो नए टैलेंट्स को प्लेटफॉर्म देने और डिजिटल क्रिएटर्स की पहचान को ग्लोबल लेवल पर ले जाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
बीकानेर से बॉलीवुड तक का सफर
बीकानेर के इस छोरे ने ये साबित कर दिया कि अगर जज्बा और मेहनत हो, तो छोटे शहरों के बड़े सपने भी पूरे हो सकते हैं। मेहुल पुरोहित की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने टैलेंट और मेहनत के दम पर दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।