दिल्ली: आजकल की भागमभाग वाली जिंदगी में, जहां हर कोई एक सुरक्षित और जानी-पहचानी राह पर चलना चाहता है, कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपनी दिल की सुनते हैं और एक अलग ही रास्ता बना लेते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं लक्ष्य चावला, जिन्होंने MBA की डिग्री होने के बावजूद कैमरे को अपना साथी चुना और आज वेडिंग फोटोग्राफी की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। उनकी कहानी उन युवाओं के लिए एक मिसाल है जो अपनी पसंद का काम करने का हौसला रखते हैं, भले ही वह रास्ता थोड़ा अलग क्यों न हो।
लक्ष्य चावला का बचपन पंजाब के जलंधर शहर में बीता। पढ़ाई-लिखाई में वे हमेशा से ही होशियार थे। उन्होंने कड़ी मेहनत की और कैट (CAT) जैसी मुश्किल परीक्षा में 94 परसेंटाइल स्कोर करके सबको चौंका दिया। इस शानदार नंबर की वजह से उन्हें चेन्नई के एक बड़े मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, से MBA करने का मौका मिला। उनके परिवार और जानने वालों को यही लगा कि अब लक्ष्य एक बड़ी कंपनी में अच्छी नौकरी करेंगे और उनका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा।

लेकिन लक्ष्य के मन में कुछ और ही चल रहा था। MBA की पढ़ाई के दौरान और उसके बाद जब उनके साथी कॉर्पोरेट जगत में करियर बनाने की दौड़ में शामिल हो रहे थे, लक्ष्य का ध्यान कहीं और अटका हुआ था। उन्हें फोटोग्राफी में एक अलग ही सुकून मिलता था। यह शौक उनके अंदर तब जगा जब उन्होंने 2011 में अपनी बहन की शादी में पहली बार कैमरा उठाया। उस दिन से ही उन्हें महसूस हुआ कि कैमरे के लेंस के पीछे की दुनिया उन्हें बहुत पसंद है।
शुरुआत में यह सिर्फ एक शौक था, लेकिन धीरे-धीरे लक्ष्य को लगने लगा कि यही वह काम है जिसे वह पूरी जिंदगी करना चाहते हैं। MBA की डिग्री उनके पास थी, जो एक अच्छी नौकरी की गारंटी मानी जाती है, लेकिन उनका दिल कैमरे और तस्वीरों में रमा हुआ था। यह एक मुश्किल फैसला था कि एक तरफ अच्छी-खासी पढ़ाई और दूसरी तरफ एक ऐसा काम जिसे तब तक भारत में बहुत से लोग एक सीरियस करियर के तौर पर नहीं देखते थे। खासकर, MBA जैसे प्रोफेशनल डिग्री वाले के लिए तो यह और भी अलग बात थी।

लक्ष्य ने हिम्मत दिखाई और 2013 में ‘शटरडाउन’ (Shutterdown) नाम से अपनी फोटोग्राफी कंपनी शुरू की। शुरुआती दिन आसान नहीं थे। उन्हें खुद ही सब कुछ सीखना पड़ा – अच्छी तस्वीरें कैसे खींची जाएं, उन्हें कैसे एडिट किया जाए और लोगों तक अपने काम को कैसे पहुंचाया जाए। उनके पास बड़े-बड़े स्टूडियो या महंगी इक्विपमेंट नहीं थे, लेकिन उनके पास एक चीज जरूर थी – अपने काम के प्रति जुनून और लगन।
धीरे-धीरे लक्ष्य के काम की पहचान बनने लगी। उनकी तस्वीरों में एक खास तरह का अपनापन और खूबसूरती दिखती थी। वे सिर्फ दूल्हा-दुल्हन की रस्मों को ही नहीं, बल्कि शादी के माहौल, लोगों की भावनाओं और छोटे-छोटे प्यारे पलों को भी अपनी तस्वीरों में कैद करते थे। उनकी फोटोग्राफी में एक फिल्मी अंदाज होता था, जिससे हर शादी की कहानी और भी यादगार बन जाती थी।
उनकी मेहनत और अलग अंदाज की वजह से उन्हें बड़े-बड़े वेडिंग प्रोजेक्ट्स मिलने लगे। ‘शटरडाउन’ का नाम धीरे-धीरे मशहूर हो गया। आज लक्ष्य और उनकी टीम ने 400 से भी ज्यादा शादियों की फोटोग्राफी की है, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी।

उनकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई जाने-माने लोगों की शादियों को भी अपने कैमरे में कैद किया है। कुछ समय पहले उन्होंने एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश और एंथोनी थट्टिल की शादी की खूबसूरत तस्वीरें शेयर की थीं, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया। इसके अलावा, विक्रांत मैसी और शीतल ठाकुर की शादी की तस्वीरें भी उन्होंने ही खींची थीं। उनकी प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी सराहना मिली है जब उनकी टीम द्वारा शूट किए गए कुछ हिस्से नेटफ्लिक्स के पॉपुलर शो ‘द बिग डे’ में दिखाए गए थे और उन्हें वोग इंडिया जैसी मशहूर मैगजीन में भी जगह मिली।
आज ‘शटरडाउन’ के पास एक पूरी टीम है जिसमें अच्छे कैमरे, एडिटिंग करने वाले एक्सपर्ट और तकनीकी मदद करने वाले लोग शामिल हैं। लेकिन लक्ष्य उन दिनों को नहीं भूले जब उन्हें अकेले ही सब कुछ करना पड़ता था। उनकी मेहनत और अपने काम के प्रति प्यार ही उन्हें आज इस मुकाम पर ले आया है कि उन्हें देश के टॉप वेडिंग फोटोग्राफर्स में गिना जाता है।
लक्ष्य चावला की कहानी कई बड़े न्यूज़ चैनलों और अखबारों में छपी है। टाइम्स नाउ हिंदी, वोग इंडिया, द टाइम्स ऑफ इंडिया और न्यूज़18 हिंदी जैसे बड़े मीडिया संस्थानों ने उनकी इस अनोखी यात्रा और सफलता की तारीफ की है।
लक्ष्य चावला की कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है जो अपनी पसंद का काम करना चाहते हैं, भले ही वह दूसरों से अलग क्यों न हो। उन्होंने दिखा दिया कि अगर आपके अंदर सच्ची लगन और मेहनत करने का हौसला है, तो आप किसी भी राह पर चलकर सफलता पा सकते हैं। MBA की डिग्री होते हुए भी फोटोग्राफी को अपना करियर बनाना एक जोखिम भरा फैसला था, लेकिन आज लक्ष्य इस फैसले से बहुत खुश हैं और उन्होंने यह साबित कर दिया कि डिग्री एक तरफ और आपका जुनून दूसरी तरफ हो तो जुनून की राह पर चलकर भी अपनी पहचान बनाई जा सकती है।