बॉलीवुड में प्रतिभा की एक नई किरण उदय हो रही है, और इस बार यह किरण निर्देशन के क्षेत्र से आ रही है। डॉ. रविकला गुप्ता, जिनकी प्रशंसित शॉर्ट फिल्म ‘सेलिब्रेट लाइफ’ को ’14 ग्लोबल कैप्टेन ऑफ द शिप’ अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है, अब अपनी निर्देशन क्षमता का लोहा बॉलीवुड में मनवाने के लिए तैयार हैं।
डॉ. रविकला गुप्ता सिर्फ एक फिल्म निर्देशिका ही नहीं, बल्कि एक बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं। उन्हें सेंट्रल क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया है। इससे पहले भी डॉ. रविकला ने कई बेहतरीन शॉर्ट फिल्मों और विज्ञापन फिल्मों का निर्माण किया है, जिन्होंने अपनी कुशल निर्देशन शैली के लिए खूब वाहवाही बटोरी है। उनकी उल्लेखनीय शॉर्ट फिल्मों में ‘सेलिब्रेट लाइफ’, ‘अजी सुनते हो’ और ‘कॉफी’ शामिल हैं, जो उनकी रचनात्मक सोच और कहानी कहने की अद्भुत क्षमता का प्रमाण हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ‘मार्शल वॉलपेपर’ और ‘टीवीएस बाइक’ जैसे कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स के लिए यादगार विज्ञापन फिल्मों का भी निर्देशन किया है।
फिल्म इंडस्ट्री में डॉ. रविकला का आगमन एक अभिनेत्री के तौर पर हुआ था। उन्होंने दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार की टेलीविजन श्रृंखला “कहाँ गए वो लोग” में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, उन्होंने भोजपुरी फिल्म “हमार दूल्हा” में भी अपने अभिनय का जलवा दिखाया। हालांकि, उनकी बहुमुखी प्रतिभा यहीं तक सीमित नहीं थी। अभिनय के दौरान, उन्होंने कहानी, स्क्रिप्ट और निर्देशन की बारीकियों को गहराई से समझा और आत्मसात किया। धीरे-धीरे, उनकी रुचि लेखन और निर्देशन की ओर बढ़ती चली गई, और उन्होंने अपनी लिखी कहानियों को पर्दे पर उतारने का फैसला किया। इस प्रकार, एक अभिनेत्री से एक सफल लेखिका और निर्देशिका बनने का उनका सफर शुरू हुआ।
डॉ. रविकला गुप्ता शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम में भी ‘विशारद’ की उपाधि प्राप्त हैं, जो उनकी कलात्मक संवेदनशीलता और समर्पण को दर्शाता है। वर्तमान में, वह अपनी नई स्क्रिप्ट पर काम कर रही हैं और उम्मीद है कि जल्द ही वह इसे कैमरे के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाएंगी।
उनकी आगामी फिल्म ‘टोकन ऑफ ट्रेजर’ एक कॉमेडी ड्रामा है, जिसकी कहानी एक मध्यमवर्गीय परिवार के सपनों और उनकी सीमाओं के ताने-बाने में बुनी गई है। यह फिल्म दर्शकों को हंसाएगी भी और सोचने पर भी मजबूर करेगी।
डॉ. रविकला गुप्ता: निर्देशन के हुनर से गढ़ती हैं कहानियाँ, ‘टोकन ऑफ ट्रेजर’ से देंगी बॉलीवुड को नया रंग!
अपनी पसंदीदा फिल्म शैलियों के बारे में बात करते हुए डॉ. रविकला गुप्ता कहती हैं कि उन्हें वास्तविक घटनाओं, राजनीतिक और सामाजिक थ्रिलर, और वर्तमान समय में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित फिल्में बनाना विशेष रूप से पसंद है। हालांकि, वह यह भी मानती हैं कि फिल्म मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन है। वह दर्शकों से आग्रह करती हैं कि वे हर फिल्म की कहानी, संवाद या दृश्य आदि को अपने वास्तविक जीवन में अपनाने की कोशिश न करें। उनका कहना है कि मनोरंजन का आनंद लें और हमेशा खुश रहें, क्योंकि फिल्म जीवन का आईना हो सकती है, लेकिन वह स्वयं जीवन नहीं है।
वर्तमान समय में बन रही फिल्मों को लेकर डॉ. रविकला गुप्ता थोड़ी चिंतित भी हैं। उनका मानना है कि आजकल की कुछ फिल्में कहीं न कहीं युवा पीढ़ी को गुमराह कर रही हैं। फिल्म के दृश्य, संवाद और कलाकारों की पर्दे पर दिखाई जा रही छवि से युवा दिग्भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि आज हम अधिकतर फिल्मों को टेलीविजन या सिनेमाघरों में अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर नहीं देख सकते हैं। आधुनिकता की अंधी दौड़ में आज इंसान ने मानवता और संस्कारों को कहीं पीछे छोड़ दिया है।
डॉ. रविकला गुप्ता ने अपनी बेटी खुशी गुप्ता को वकालत की पढ़ाई करवाई है, लेकिन अपनी बेटी की अभिनय में गहरी रुचि और इच्छा का सम्मान करते हुए, उन्होंने खुशी को अपनी फिल्मों में अवसर दिया है। वह मानती हैं कि एक अभिनेता अपने किरदार की सीमाओं में बंधा होता है, जबकि एक निर्देशक सभी किरदारों को जीता है। उनकी नजर में, एक निर्देशक एक ऐसे जहाज का कप्तान होता है, जिसे बनाने, सजाने और यह तय करने की पूरी जिम्मेदारी उसी की होती है कि जहाज पर कौन क्या काम करेगा और वह किस दिशा में जाएगा।
डॉ. रविकला गुप्ता का यह सफर निश्चित रूप से प्रेरणादायक है। ‘सेलिब्रेट लाइफ’ की सफलता से लेकर बॉलीवुड में निर्देशन तक, उन्होंने अपनी प्रतिभा, मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। उनकी आने वाली फिल्में निश्चित रूप से दर्शकों के लिए कुछ नया और विचारोत्तेजक लेकर आएंगी, और बॉलीवुड में एक संवेदनशील और कुशल निर्देशिका के रूप में उनकी पहचान और भी मजबूत होगी।