पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक परिदृश्य में एक अभूतपूर्व घटनाक्रम ने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है। सोशल मीडिया और कुछ अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर को उनके पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को देश का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, यह भी दावा किया जा रहा है कि जनरल मुनीर को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि, इन दावों की अभी तक पाकिस्तान सरकार या सेना के आधिकारिक स्रोतों, जैसे इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR), से कोई पुष्टि नहीं हुई है। यह खबर पाकिस्तान के पहले से ही अस्थिर राजनीतिक और सैन्य माहौल में एक नए तूफान का संकेत दे रही है।
क्या है पूरा मामला?
8 मई 2025 की देर रात से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ऐसी खबरें तेजी से फैलने लगीं कि जनरल आसिम मुनीर, जो नवंबर 2022 से पाकिस्तान के सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत थे, को अचानक उनके पद से हटा दिया गया है। कुछ पोस्ट्स में यह भी दावा किया गया कि जनरल मुनीर को देश छोड़कर भागने की कोशिश के दौरान विमान से गिरफ्तार किया गया। इन दावों में लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, जो पहले चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और कॉर्प्स कमांडर रह चुके हैं, को नए सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किए जाने की बात कही गई। इसके अलावा, कुछ पोस्ट्स में यह भी आरोप लगाया गया कि जनरल मुनीर को 26/11 मुंबई हमलों से जोड़ा जा रहा है, हालांकि इस तरह के दावों का कोई ठोस सबूत नहीं है और ये संभवतः अफवाहों का हिस्सा हो सकते हैं।
इन खबरों ने न केवल पाकिस्तान बल्कि भारत और अन्य पड़ोसी देशों में भी हलचल मचा दी है। कुछ X उपयोगकर्ताओं ने इसे “ऑपरेशन सिंदूर” और “भारत-पाकिस्तान तनाव” जैसे हैशटैग के साथ जोड़ा, जिससे यह अटकलें और तेज हो गईं कि इस घटनाक्रम का क्षेत्रीय भू-राजनीति से कोई संबंध हो सकता है।
जनरल आसिम मुनीर का कार्यकाल और विवाद
जनरल आसिम मुनीर ने नवंबर 2022 में जनरल कमर जावेद बाजवा के उत्तराधिकारी के रूप में पाकिस्तान सेना प्रमुख का पद संभाला था। उनकी नियुक्ति उस समय विवादास्पद रही थी, क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान और सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच इस पद को लेकर तीखी राजनीतिक खींचतान देखी गई थी। मुनीर, जो पहले इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख भी रह चुके हैं, को उनके कठोर रुख और सेना के भीतर अनुशासन लागू करने की नीति के लिए जाना जाता था।
हाल के महीनों में, जनरल मुनीर की स्थिति को लेकर कई बार अफवाहें उड़ी थीं। अप्रैल 2025 में, कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया था कि जनरल मुनीर “लापता” हो गए हैं, जिसे बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उनकी एक तस्वीर जारी कर खारिज किया गया था। इसके अलावा, हाल ही में उनकी सेवा अवधि को तीन से पांच साल तक बढ़ाने वाला विधेयक संसद में पारित किया गया था, जिसे कुछ विश्लेषकों ने उनके नेतृत्व को मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा था।
हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी संकेत मिले थे कि सेना के भीतर जनरल मुनीर के नेतृत्व को लेकर असंतोष बढ़ रहा था। लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, जो एक प्रभावशाली सैन्य अधिकारी माने जाते हैं, के नेतृत्व में एक गुट के उनके खिलाफ होने की बात कही गई थी। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान की अस्थिर आर्थिक स्थिति, बढ़ते आतंकवाद और राजनीतिक अशांति ने सेना के भीतर आंतरिक तनाव को बढ़ा दिया हो सकता है।
साहिर शमशाद मिर्जा: नए सेना प्रमुख?
लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा एक अनुभवी सैन्य अधिकारी हैं, जिन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। वह रावलपिंडी कॉर्प्स के कमांडर और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ रह चुके हैं। उनकी सैन्य रणनीति और नेतृत्व क्षमता को सेना के भीतर व्यापक रूप से सराहा जाता है। यदि उनकी नियुक्ति की खबर सत्य है, तो यह पाकिस्तान की सैन्य नीति और क्षेत्रीय रणनीति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत हो सकता है।
मिर्जा की संभावित नियुक्ति को कुछ विश्लेषकों ने सेना के भीतर शक्ति संतुलन में बदलाव के रूप में देखा है। यह भी संभव है कि उनकी नियुक्ति का संबंध पाकिस्तान के आंतरिक राजनीतिक संकट या बाहरी दबावों से हो, विशेष रूप से भारत और अफगानिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों के संदर्भ में।
आधिकारिक पुष्टि का अभाव
फिलहाल, इस पूरे मामले में सबसे बड़ी चुनौती आधिकारिक पुष्टि का अभाव है। पाकिस्तान की सेना और सरकार ने इस मुद्दे पर कोई बयान जारी नहीं किया है। ISPR, जो सेना की ओर से आधिकारिक सूचनाएं जारी करता है, ने भी इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। ऐसे में, ये खबरें अभी तक अफवाहों और अनुमानों के दायरे में ही हैं।
पाकिस्तान में सेना प्रमुख का पद देश की राजनीति और शासन में केंद्रीय भूमिका निभाता है। इस तरह की खबरों का सच होना न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। भारत, जो पहले से ही पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों का सामना कर रहा है, इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।
क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव
यदि जनरल मुनीर को वास्तव में हटाया गया है और उनकी जगह साहिर शमशाद मिर्जा को नियुक्त किया गया है, तो इसके कई क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव हो सकते हैं। सबसे पहले, यह पाकिस्तान की आंतरिक स्थिरता को और कमजोर कर सकता है, क्योंकि सेना देश की राजनीति में एक प्रमुख शक्ति है। दूसरा, भारत के साथ संबंधों पर इसका असर पड़ सकता है, विशेष रूप से हाल के ड्रोन हमलों और सीमा तनाव के संदर्भ में। तीसरा, अफगानिस्तान और तालिबान के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि सेना प्रमुख की नीतियां इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
पाकिस्तान में सेना प्रमुख के कथित हटाए जाने और हिरासत में लिए जाने की खबरें एक गंभीर और संवेदनशील मुद्दा है। हालांकि, दुनिया भर की निगाहें अब इस्लामाबाद पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि क्या यह खबर एक ऐतिहासिक बदलाव का संकेत है या केवल एक और अफवाह।