Bageshwar Dham News: बीते कई दिनों में सुर्खियों में बनी शिवरंजनी तिवारी शुक्रवार देर रात बागेश्वरधाम पहुंच गईं। हालांकि बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से उनकी मुलाकात नहीं हो पाएगी। जबकि इसी कामना के साथ उन्होंने गंगौत्री से बागेश्वरधाम तक पदयात्रा की थी।
शिवरंजनी तिवारी के डर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने त्यागा Bageshwar Dham, लोगों में उठ रही अशंका
शिवरंजनी तिवारी के डर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने त्यागा Bageshwar Dham, लोगों में उठ रही अशंका
Bageshwar Dham News : गंगोत्री से बागेश्वर धाम तक पदयात्रा करते हुए यूट्यूबर शिवरंजनी तिवारी शुक्रवार देर रात बागेश्वरधाम पहुंच गई हैं। हालांकि उनकी मुलाकात पं. धीरेंद्र शास्त्री से नहीं हो सकेगी, क्योंकि शास्त्री एंकातवास में हैं।
क्यों धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने छोड़ दिया बागेश्वर धाम? शिवरंजनी तिवारी के डर से
बता दें कि शिवरंजनी तिवारी और बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में हैं। शुक्रवार शाम को शिवरंजनी तिवारी 46 दिन की यात्रा के बाद आखिरी पड़ाव पर मौन धारण कर छतरपुर से बागेश्वर धाम की ओर निकली थीं। मीडिया से मुलाकात के बाद शिवरंजनी ने मौन धारण किया था। इससे पहले उन्होंने बताया था कि मौन व्रत बागेश्वर धाम पर जल चढ़ाकर खोलेंगी। छतरपुर पहुंचते ही शिवरंजनी की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें अस्पताल जाना पड़ा था।
शादी की बात का कर चुकीं खंडन
मेडिकल छात्रा शिवरंजनी का नाम बागेश्वर बाबा के साथ जोड़ा जा रहा है। साथ ही दोनों के शादी करने की भी खबरें आ रही थीं। इन सभी सवालों पर मेडिकल छात्रा शिवरंजनी तिवारी ने छतरपुर पहुंचकर शादी से जुड़े सवालों के साथ जवाब दिए थे। धीरेंद्र शास्त्री से शादी के सवाल पर शिवरंजनी ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मेरा शादी का संकल्प है, ना ही मेरा पर्चा खुला, न ही मेरे संकल्प के बारे में किसी को पता चला।
शिवरंजनी ने गंगौत्री से बागेश्वर धाम तक की यात्रा पर कहा कि मेरा जो संकल्प था वह यह था ”मैं पूज्य बालाजी के दर्शन करूं और मैं जब 11वीं में थी तब बायो सब्जेक्ट लिया था। मैं कैंसर की डॉक्टर बनना चाहती हूं, बालाजी मुझे इस फील्ड में सक्सेस दे देना। यही मेरी कामना थी। मेरी शादी की कोई कामना नहीं थी, लोगों ने वे वजह मेरी यात्रा को शादी से जोड़ दिया।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एकांतवास में
बागेश्वरधाम पहुंचीं शिवरंजनी की मुलाकात ‘प्राणनाथ’ से नहीं हो सकेगी। बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एकांतवास में चले गए हैं। धीरेंद्र शास्त्री अगले पांच दिन एकांत में रहकर सनातन धर्म पर किताब लिखेंगे। बाबा चाहते हैं कि उनकी यह किताब देश के सभी स्कूलों में पहुंचे, जिससे बच्चों को सनातन धर्म के बारे में जानकारी मिले। मध्य प्रदेश के मंदसौर के खेजडिया में हनुमंत कथा मंच से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने था कहा कि वे आगे कुछ दिनों तक एकांतवास पर रहेंगे। इस दौरान वे हिंदू धर्म पर किताब लिखेंगे। उन्होंने कहा कि यह किताब स्कूल और कॉलेज में मुफ्त बांटी जाएगी।
कौन है शिवरंजनी
शिवरंजनी तिवारी का नाम इन दिनों छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जोड़ा जा रहा है। ऐसी खबरें सामने आईं कि शिवरंजनी बाबा से शादी की मनोकामना को लेकर इन दिनों गंगोत्री से गंगाजल लेकर बागेश्वर धाम की यात्रा कर रही हैं। हालांकि, अमर उजाला से खास बातचीत में शिवरंजनी ऐसी तमाम बातों से इनकार कर चुकी हैं। वे धीरेंद्र शास्त्री के साथ फेसबुक पर लाइव आकर मन की बात कहने वाली थीं। भजन भी सुनाना चाहती थीं। शिवरंजनी चाहती हैं कि दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री उनका भी पर्चा निकालें और उनके मन की बात बताएं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भोपाल से बनाई दूरी? 20 जून की कथा स्थगित
बता दें बागेश्वर धाम सरकार के सोशल मीडिया अकाउंट से जानकारी देते हुए बताया कि आवश्यक सूचना, दिनांक 20-21-22 जून भोपाल की कथा किसी कारणवध स्थगित कर दी गई है. अगली कथा 26 जून राजगढ़ में होगी. आप सभी से बागेश्वर धाम के भक्तों से अनुरोध ये सूचना जनजन तक पहुंचा दें. इधर बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर आयोजकों द्वारा जबरदस्त तैयारियां की जा रही थीं तो वहीं बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भक्तों को भी इस कथा का बेसब्री से इंतजार था.