गोवा में इन दिनों आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है! समुद्र नारायण की महाआरती का ऐसा नज़ारा पहले कभी देखने को नहीं मिला। लहरों की गूंज, मंत्रों का उच्चारण, आरती की लौ और लाखों भक्तों का उमड़ा हुजूम – यह नज़ारा बस देखते ही बन रहा है। गोवा स्पिरिच्युअल फेस्टिवल 2025 के अंतर्गत यह आयोजन हो रहा है, जिसमें देशभर से संत-महात्मा और भक्तगण शामिल हो रहे हैं।
महाआरती का दिव्य नज़ारा
कल रात जैसे ही सूर्य अस्त हुआ, वैसे ही पूरा समुद्र किनारा दिव्यता से जगमगा उठा। हजारों दीपक, भक्तों का भजन-कीर्तन और संतों की मौजूदगी ने इस माहौल को अलौकिक बना दिया। मंत्रों की गूंज और शंखनाद के बीच भक्तों की श्रद्धा देखते ही बन रही थी। हर कोई समुद्र नारायण की आराधना में लीन था।

कौन-कौन था मौजूद?
इस महाआरती में सिर्फ भक्तजन ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े संत-महात्माओं का भी जमावड़ा लगा। पद्मश्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामीजी के मार्गदर्शन में आयोजित इस भव्य आयोजन में अग्नि आखाड़ा के सचिव पूज्य स्वामी सम्पूर्णानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी भूपेंद्रगिरीजी महाराज (हरिद्वार) जैसे महान संतों ने अपनी उपस्थिति से इस आयोजन को और भी पावन बना दिया।
राजनेता भी पहुँचे श्रद्धा जताने!
इस भव्य आयोजन में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीपाद नाईक, राज्यसभा सांसद सदानंद शेट तानावडे, समाज कल्याण मंत्री सुभाष फळदेसाई, विधायक प्रेमेंद्र शेट और चंद्रकांत शेट्ये जैसे दिग्गज नेता भी श्रद्धा भाव से शामिल हुए।

राजस्थान-महाराष्ट्र से भक्तों की धूम!
इस महाआरती में सिर्फ गोवा ही नहीं, बल्कि राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से भक्तगण पहुंचे। जोधपुर के प्रसिद्ध समाजसेवी प्रेम सिंह राव और जयपुर के अनिल डिग्गीवाल जैसे भक्त इस भव्य आयोजन में विशेष रूप से शामिल हुए।
क्या है इस महाआरती का महत्व?
समुद्र नारायण की पूजा और महाआरती सनातन धर्म में विशेष महत्व रखती है। माना जाता है कि इस आरती के दर्शन मात्र से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। इस महाआरती के माध्यम से भक्तों ने समुद्र देवता को नमन किया और आध्यात्मिक ऊर्जा को महसूस किया।
आगे क्या?
अब भक्तों की निगाहें अगले साल के गोवा स्पिरिच्युअल फेस्टिवल पर टिकी हैं, लेकिन इस साल की यह महाआरती एक ऐतिहासिक क्षण बन गई है। जिसने भी इसे देखा, वह इसके दिव्य अनुभव को कभी नहीं भूल पाएगा!