‘फोन नहीं उठाया तो कान खोल दिए…’ लॉरेंस गैंग ने ली चंडीगढ़ ब्लास्ट की जिम्मेदारी, रैपर बादशाह को धमकी
चंडीगढ़ के नाइट क्लबों के बाहर हुए धमाकों ने पूरे शहर में सनसनी मचा दी है। इस वारदात की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है। सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इन्होंने दावा किया कि जिस सिल्वर रेस्टोरेंट में धमाका हुआ, वो रैपर बादशाह का है।
‘फोन नहीं उठा, तो धमाका कर दिया’
गैंग का कहना है कि उन्होंने रेस्टोरेंट मालिक को रंगदारी के लिए कॉल किया, लेकिन जब उसने फोन नहीं उठाया, तो उन्होंने धमाका कर दिया। इस पोस्ट ने विवाद को और बढ़ा दिया है। हालांकि, बादशाह की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पुलिस भी इस सोशल मीडिया पोस्ट की सत्यता की जांच कर रही है।
कैसे हुआ धमाका?
मंगलवार तड़के करीब 4 बजे दो बाइकसवार आए और क्लब के बाहर देसी बम फेंककर फरार हो गए। धमाका हल्का था, जिससे किसी को चोट नहीं आई, लेकिन क्लब की खिड़कियां टूट गईं। इस वारदात के बाद चंडीगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम ने सैंपल इकट्ठा करना शुरू कर दिया।
दहशत फैलाने की साजिश?
पुलिस का मानना है कि ये धमाका केवल डराने और रंगदारी वसूलने की कोशिश थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाके के लिए पटाखों में इस्तेमाल होने वाले पोटाश से बना देसी बम इस्तेमाल किया गया।
चंडीगढ़ पुलिस की जांच जारी
घटनास्थल से जूट की रस्सियां और अन्य सबूत बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि धमाके के समय क्लब बंद थे, इसलिए इसे दहशत फैलाने की रणनीति माना जा रहा है। पुलिस अब गैंग से जुड़े नेटवर्क और धमाके के मकसद की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
शहर में डर का माहौल
इस धमाके के बाद शहर के नाइट क्लब मालिकों और कारोबारियों में डर का माहौल है। माना जा रहा है कि गैंग की धमकियों का मकसद शहर में रंगदारी वसूलने का दबदबा कायम करना है।
अब सबकी नजरें चंडीगढ़ पुलिस की जांच पर टिकी हैं। क्या गैंग के इस दावे में सच्चाई है या यह महज डराने की चाल है? पुलिस को जल्द ही इस मामले की गुत्थी सुलझानी होगी।