बिहार के छपरा की मिट्टी ने देश को ऐसे जुड़वा लाल दिए, जिन्होंने मेहनत और काबिलियत से अपनी अलग पहचान बनाई। 17 दिसंबर 1963 को पैदा हुए ज्योति कलश और अमृत कलश हूबहू एक जैसे दिखते हैं, लेकिन दोनों के करियर ने उन्हें अलग-अलग मुकाम तक पहुंचाया। एक ने प्रशासन की जिम्मेदारी संभाली तो दूसरे ने कानून-व्यवस्था में अपनी धाक जमाई।
IAS ज्योति कलश: नागालैंड के अफसर और बॉलीवुड के कलाकार
ज्योति कलश, 1990 बैच के IAS अधिकारी, नागालैंड में Chief Resident Commissioner जैसे बड़े पदों पर तैनात हैं। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। ज्योति कलश सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी नहीं हैं, बल्कि एक मंजे हुए कलाकार भी हैं। उन्होंने “सरबजीत”, “लाली की शादी में लड्डू दीवाना”, और कई भोजपुरी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया है।
बॉलीवुड और भोजपुरी में 70 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके ज्योति कलश ने न केवल अपनी अभिनय क्षमता से बल्कि गायकी और लेखन से भी लोगों का दिल जीता है। प्रशासन और फिल्मी दुनिया में ऐसा तालमेल शायद ही किसी और ने दिखाया हो।
IPS अमृत कलश: राजस्थान के ‘सिंघम’ हाल में रिटायर्ड हुए
अब बात करते हैं उनके जुड़वा भाई, अमृत कलश की। 1993 बैच के IPS अधिकारी अमृत कलश ने राजस्थान में अपराधियों के बीच ऐसा खौफ पैदा किया कि लोग उन्हें ‘सिंघम’ बुलाने लगे। सिरोही, राजसमंद, उदयपुर, और पाली जैसे जिलों में एसपी रहते हुए उन्होंने अपने साहसिक कदमों से अपराध पर नकेल कस दी।
कोरोना के कठिन दौर में भी अमृत कलश ने लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए खुद एक गाना लिखा और गाया, जिसे जमकर सराहा गया। उनकी यह दरियादिली और रचनात्मकता उन्हें आम अफसरों से अलग बनाती है।
पिता से मिली प्रेरणा
इन जुड़वा भाइयों की प्रेरणा उनके पिता, पद्मश्री डॉ. रवींद्र राजहंस, से मिली। डॉ. राजहंस साहित्य और काव्य की दुनिया के बड़े नाम थे। उनकी कविताओं ने दोनों भाइयों को समाज सेवा और कला के लिए प्रेरित किया।
बिहार का गर्व
ज्योति और अमृत कलश की यह कहानी सिर्फ छपरा या बिहार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा है। एक ने नागालैंड की प्रशासनिक व्यवस्था को संभाला, तो दूसरे ने राजस्थान में अपराधियों के छक्के छुड़ाए।
दोनों भाइयों ने साबित कर दिया कि मेहनत, लगन और जुनून से हर सपना पूरा किया जा सकता है। बिहार के इन जुड़वा सुपरस्टार्स को सलाम!