जयपुर से बड़ी खबर – सोमवार की सुबह जयपुर के सिविल लाइंस इलाके में अचानक अफरा-तफरी मच गई जब ED यानी प्रवर्तन निदेशालय की टीम कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के घर रेड मारने पहुंची। जैसे ही गाड़ियों का काफिला उनके घर रुका, पूरे मोहल्ले में खलबली मच गई – “रेड पड़ गई भाई!” आवाज़ें आने लगीं।
आरोप क्या है?
बात इतनी सीधी नहीं है जनाब! मामला 49,000 करोड़ के घोटाले से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। साथ ही आरोप ये भी है कि खाचरियावास के पास जो संपत्ति है, वो उनकी आमदनी से कई गुना ज़्यादा है। ED की टीम सुबह-सुबह 7 बजे पहुंची और रेड की कार्रवाई शुरू कर दी। अभी तक कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है, लेकिन अंदर की खबर ये है कि जांच जारी है और कागज़ात खंगाले जा रहे हैं।
कौन हैं प्रताप सिंह खाचरियावास?
अगर आप राजस्थान की राजनीति को थोड़ा भी जानते हैं तो खाचरियावास का नाम सुना ही होगा। ये वही नेता हैं जो हमेशा गरम मिजाज़ और तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं। पहले गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके हैं और जयपुर की राजनीति में इनका अच्छा-खासा रसूख है। छात्रसंघ अध्यक्ष से लेकर मंत्री बनने तक का लंबा सफर तय किया है इन्होंने।
ED की रेड पर क्या बोले खाचरियावास?
जब मीडिया वालों ने माइक आगे बढ़ाया तो खाचरियावास बोले –
“सरकारें बदलती रहती हैं। आज वो हैं, कल हम होंगे। राहुल गांधी जब सत्ता में आएंगे तो बीजेपी का क्या होगा, सोच लीजिए। जितनी रेड करनी है कर लो, हम डरने वाले नहीं हैं। पूरा सहयोग करेंगे।”
मतलब साफ है – खाचरियावास बिल्कुल डरे नहीं दिखे, बल्कि उल्टा ललकारते नजर आए।
कांग्रेस चुप, लेकिन अंदर से टेंशन साफ
कांग्रेस की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के अंदरूनी हलकों में हलचल जरूर है। कई लोग इसे चुनाव से पहले राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहे हैं। अब सच्चाई क्या है, ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन फिलहाल तो पूरे सियासी गलियारे में ये मामला छाया हुआ है।
क्या वाकई कुछ बड़ा पकने वाला है?
ये सवाल अब हर किसी के मन में है। क्या खाचरियावास सच में इस 49 हजार करोड़ के घोटाले से जुड़े हैं? या फिर ये सिर्फ सियासी चाल है? ED के अगले कदम और जांच की दिशा पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
फिलहाल तो मामला गर्म है, और सियासत और सिस्टम दोनों में खलबली मची हुई है। आगे क्या होगा? देखते रहिए!