जयपुर: राजस्थान में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, और इस बार विवाद के केंद्र में हैं बीजेपी के विधायक बालमुकुंद आचार्य। हाल ही में एक वीडियो वायरल होने के बाद सत्ताधारी पार्टी के नेता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आचार्य पर तीखा हमला बोला है।
वायरल वीडियो में देखा गया कि बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य जयपुर के एक ई-मित्र सेंटर पर अचानक पहुंचे और वहां के कर्मचारियों पर फर्जी दस्तावेज बनाने का आरोप लगाया। आचार्य ने सेंटर पर काम कर रहे कर्मियों को फटकारते हुए कहा कि वे बांग्लादेशियों को स्थाई पता देने के लिए फर्जी ई-मित्र तैयार कर रहे हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैला और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया।
पुलिस की जांच में आरोप साबित नहीं
विधायक आचार्य के आरोपों के बाद पुलिस ने ई-मित्र सेंटर पर जांच की, लेकिन सभी दस्तावेज सही पाए गए और फर्जीवाड़े का कोई सबूत नहीं मिला। इस जांच के बाद विधायक आचार्य को बैकफुट पर आना पड़ा, लेकिन विवाद थमा नहीं।
डोटासरा का तीखा हमला
जांच के नतीजों के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आचार्य को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “ऐसे लोग भी विधानसभा में पहुंच गए हैं, जो अपने पद की गरिमा को समझने में नाकाम हैं। भगवान इन्हें लंबी उम्र दे, लेकिन विधायक होकर ऐसी चवन्नी छाप हरकतें करना शोभा नहीं देता। विधायक का अपना रुतबा होता है, और उन्हें अपने आचरण से उस गरिमा को बनाए रखना चाहिए।”
डोटासरा ने यह भी कहा कि जनता के लाखों वोटों से चुने गए प्रतिनिधियों से जिम्मेदारी और परिपक्वता की उम्मीद की जाती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर कोई विधायक अपने पैसे से गनमैन से केले मंगवाकर खाता है, तो उसकी गरिमा खराब होती है।”
पहले भी विवादों में रहे हैं बालमुकुंद आचार्य
यह पहली बार नहीं है जब विधायक बालमुकुंद आचार्य विवादों में आए हैं। इससे पहले भी वे मीट की दुकानों और नॉनवेज होटलों को लेकर अपने विवादास्पद वीडियो के कारण सुर्खियों में रहे हैं। उन वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें खूब सराहना मिली थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनके इन कृत्यों पर नाराजगी जाहिर की थी।
हालांकि, इस बार मामला और गंभीर हो गया है, क्योंकि ई-मित्र सेंटर पर फर्जी आधार कार्ड बनाने का आरोप पुलिस की जांच में झूठा पाया गया। इससे आचार्य की साख को झटका लगा है, और उनकी पार्टी के भीतर भी इस मामले को लेकर चर्चाएं तेज हैं।
बीजेपी में भी नाराजगी
बीजेपी के भीतर भी विधायक बालमुकुंद आचार्य के इन विवादित बयानों को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य के इन कार्यों को पार्टी की छवि के लिए नुकसानदायक मान रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व ने आचार्य को इन मुद्दों पर सतर्क रहने की हिदायत दी है।
अब सवाल यह है कि क्या विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने बयानों और कार्यों को लेकर सफाई देंगे या फिर डोटासरा के तीखे हमले का जवाब देंगे? यह देखना दिलचस्प होगा कि इस राजनीतिक घमासान का असर प्रदेश की राजनीति पर कैसा पड़ेगा।