प्रताप सिंह खाचरियावास राजस्थान के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं। वे राजस्थान सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामलों के कैबिनेट मंत्री हैं। वे जयपुर जिले की सिविल लाइंस विधानसभा सीट से दो बार विधायक चुने जा चुके हैं।

2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में खाचरियावास को सिविल लाइंस सीट से बीजेपी के गोपाल शर्मा से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • नजदीकी कार्यकर्ताओं, गुंडागर्दी और असामाजिक तत्वों के साथ की नजदीकी: खाचरियावास को उनके कुछ नजदीकी कार्यकर्ताओं, गुंडों और असामाजिक तत्वों के साथ की नजदीकी के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा। इन लोगों के द्वारा स्थानीय लोगों को परेशान करने और धमकाने के आरोप लगते रहे। इस बात से स्थानीय लोगों में खाचरियावास के खिलाफ नाराजगी बढ़ गई।
  • चम्मचबाजी और चमचागिरी: खाचरियावास को उनके कुछ करीबी लोगों के द्वारा चम्मचबाजी और चमचागिरी के आरोप भी लगे। इन लोगों के द्वारा खाचरियावास के नाम पर स्थानीय लोगों से पैसे वसूलने और उनका शोषण करने के आरोप लगते रहे। इस बात से भी स्थानीय लोगों में खाचरियावास के खिलाफ नाराजगी बढ़ गई।

इन सभी कारणों के चलते प्रताप सिंह खाचरियावास को सिविल लाइंस सीट से हार का सामना करना पड़ा। यह हार उनके राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा झटका है।

खाचरियावास को अगर भविष्य में चुनाव जीतना है तो उन्हें अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बेहतर संबंध बनाने होंगे। उन्हें अपने चुनाव प्रचार पर भी ध्यान देना होगा और लोगों से अधिक से अधिक जुड़ने की कोशिश करनी होगी।

By khabarhardin

Journalist & Chief News Editor