Radio Artist Mamta Mot के एक मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे प्रसिद्ध लोकगीत गायक शेर खान – एक समय था जब खबरे या गाने सुनने के लिए रेडियो का इस्तेमाल होता था। अब टेलीविजन के जमाने में लोग रेडियो तो नहीं खरीदते है, लेकिन स्मार्ट फ़ोन में रेडियो सुन लेते हैं। इसी रेडियो से जुड़ी एक रेडियो आर्टिस्ट, बिज़नेस वुमन और गायिका ममता सारस्वत मोट हैं, जो आज भी रेडियो स्टेशन 90.4 पर काम कर रही है। 90.4 पर ममता का हर सप्ताह ‘एक मुलाकात’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें राजस्थनी लोकगीत कलाकार आते है। और राजस्थान की सौंधी खुशबू की महक महकते है।
इसी कड़ी में इस बार राजस्थानी लोकगीत गायक शेर खान और उनकी टीम विशेष अतिथि रूप में आई थी। उन्होंने इस कार्यक्रम में राजस्थान की अनूठी कलाओं, समृद्ध सांस्कृतिक और पीढ़ियों से चली आ रही कला का प्रदर्शन ममता के सामने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत ममता के मनमोहक प्रदर्शन से हुई, जिसका वीडियो उनके इंस्टाग्राम हैंडल @invogue_naari पर शेयर किया गया और इसे व्यापक सराहना मिली। कार्यक्रम में इन दोनों की जोड़ी ने राजस्थानी गीतों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया और मंत्रमुग्ध कर दिया।
गायक शेर खान और उनकी टीम, मंगनहार, मानव प्रकृति और मोक्ष पर केंद्रित हिंदू पौराणिक कथाओं की कहानियों का वर्णन करने वाली अपनी रचनाओं के लिए जाने जाते हैं। वे मुख्य रूप से राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर जिलों के रेगिस्तान से हैं।
कार्यक्रम के दौरान हुई बातचीत में सामुदायिक रेडियो के प्रभाव के बारे में भी विस्तार से बताया गया कि कैसे यह शेर खान और उनकी टीम जैसे कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने और अपनी कला को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।ममता ने उनके कार्यक्रम में शामिल होने और राजस्थान की अनूठी संस्कृति और कला के उत्सव में योगदान देने के लिए शेर खान और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया।
जिसका अनुभव सांझा करते हुए ममता की आंख म अंशु आ गए। उन्होंने कहा कि आज भी हमारे देश में कई ऐसी कलाएं हैं जो विलुप्ती की कगार पर आ गई है, इन बचना हमारा फर्ज है। इसी लिए ही मैं अपने कार्यक्रम एक मुलाकात के माध्यम से ऐसे प्रतिभाशाली कलाकारों को इस मंच पर बुलाती रहती हूं।