उदयपुर। मेवाड़ राजघराने के बीच लंबे समय से चल रहे प्रॉपर्टी विवाद ने आखिरकार कुछ राहत का संकेत दिया है। मंगलवार सुबह विश्वराज सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस के अंदर स्थित धूणी मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनके साथ उनकी पत्नी और सांसद महिमा कुमारी भी मौजूद थीं।
समोर बाग से एकलिंगजी तक का सफर
विश्वराज सिंह ने सुबह समोर बाग पैलेस में पारंपरिक अश्व पूजन किया। इसके बाद वे अपने समर्थकों के साथ 20 किलोमीटर दूर एकलिंगजी मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हुए। पूरे रास्ते पुलिस का कड़ा पहरा रहा। समर्थकों का जोश देखते ही बन रहा था।
पैलेस विवाद की पृष्ठभूमि
मेवाड़ राजपरिवार का यह विवाद सोमवार को हिंसक झड़प तक पहुंच गया था। विश्वराज सिंह का आरोप है कि उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस के मुख्य द्वार को बंद करवा दिया, जिससे उन्हें प्रवेश नहीं मिल पाया। सोमवार रात को सिटी पैलेस के बाहर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई, जिसमें पथराव भी हुआ।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
जिला प्रशासन ने विवादित स्थल पर नियंत्रण के लिए रिसीवर नियुक्त कर दिया है। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर सिटी पैलेस क्षेत्र में धारा 163 लागू कर दी गई है। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा है कि वे इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं।
लक्ष्यराज सिंह की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, अरविंद सिंह गुट के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने विश्वराज सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “सिटी पैलेस के अंदर का मंदिर सभी के लिए खुला है, लेकिन कानून और नियमों का पालन करना जरूरी है।” उन्होंने प्रशासन और सरकार से न्याय की उम्मीद जताई है।
मेवाड़ की परंपराएं और राजनीति
इस विवाद ने मेवाड़ की पारंपरिक ताजपोशी और धार्मिक रस्मों पर भी सवाल खड़े किए हैं। सोमवार को चित्तौड़गढ़ में ताजपोशी के बाद विश्वराज सिंह कुलदेवता के दर्शन करने उदयपुर पहुंचे थे, लेकिन उनका प्रवेश रोक दिया गया।
क्या होगा आगे?
हालांकि, मंगलवार को विश्वराज सिंह का मंदिर में प्रवेश और पूजा करना यह संकेत देता है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत की संभावना बन सकती है। लेकिन विवाद पूरी तरह खत्म हो गया है, ऐसा कहना जल्दबाजी होगी।
अब देखना यह है कि मेवाड़ राजपरिवार का यह आपसी विवाद शांति और समझौते की ओर बढ़ेगा, या फिर अदालत के गलियारों में लंबे समय तक खिंचेगा।